जलती हुई गंध, कॉकपिट में चिड़िया: इंडियन एयरलाइंस की सुरक्षा खामियों पर सवाल, सिंधिया ने दिए ये निर्देश
पिछले कुछ दिनों से भारतीय विमानों मे लगातार कुछ ना कुछ तकनीकी खराबी की घटनाएं सामने आ रही हैं। रविवार को, भारत से दो अलग-अलग यात्री उड़ानों में दो तकनीकी खामियों ने विमानन क्षेत्रों के साथ-साथ यात्रियों के बीच भी चिंता पैदा कर दी है। वहीं, विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारतीय विमानन कंपनियों से जुड़ी कई तकनीकी खराबी के मद्देनजर नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के साथ सुरक्षा मुद्दों पर बैठक की।
बैठक के दौरान सिंधिया ने अधिकारियों से पिछले एक महीने में हुई इन घटनाओं की विस्तृत रिपोर्ट ली और उनसे कहा कि यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए।
पहली घटना में, शारजाह-हैदराबाद उड़ान को पायलटों द्वारा एक इंजन में खराबी के बाद एहतियात के तौर पर कराची की ओर मोड़ दिया गया था। एयर इंडिया एक्सप्रेस की बहरीन-कोच्चि उड़ान के कॉकपिट में 15 जुलाई को एक जिंदा पक्षी मिला। विमान उस समय 37, 000 फीट की ऊंचाई पर था। विमान कोच्चि में सुरक्षित उतर गया। विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) घटना की जांच कर रहा है।
दूसरे में, एयर इंडिया एक्सप्रेस की कालीकट-दुबई उड़ान को शनिवार रात को मस्कट के लिए डायवर्ट किया गया था, क्योंकि केबिन में हवा में जलने की गंध देखी गई थी। कालिकट से दुबई जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट में उस वक्त हड़कंप मच गया जब जहाज के अंदर कुछ जलने की बू आने लगी। मामले पर तुरंत गंभीरता दिखाते हुए फ्लाइट के रूट को मस्कट की ओर डायवर्ट कर दिया गया। डीजीसीए ने इस पर जानकारी देते हुए कहा कि फॉरवर्ड गैली में एक वेंट के जलने की बू आ रही थी, इसके बाद फैसला लिया गया कि फ्लाइट का रूट डायवर्ट किया जाए।
स्पाइसजेट अभी नियामक जांच के दायरे में है। 19 जून से अपने विमान में तकनीकी खराबी की कम से कम आठ घटनाओं के बाद डीजीसीए ने 6 जुलाई को स्पाइसजेट को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इन सभी घटनाओं की फिलहाल डीजीसीए जांच कर रही है।