सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर वी मुरुगन को राकेश अस्थाना मामले की जांच से हटाया
सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर वी मुरुगन को स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना मामले की जांच से हटाकर कोयला घोटाला मामले की जांच में लगाया गया है। वे राकेश अस्थाना मामले की जांच का नेतृत्व कर रहे थे।
सीबीआई के आंतरिक आदेशों के मुताबिक, कोयला मामले की जांच को गति बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया गया है। राकेश अस्थाना मामले की जांच का जिम्मा अब ज्वाइंट डायरेक्टर जी के गोस्वामी को दिया गया है। उनके पास लखनऊ जोन का कार्यभार भी है। इसके साथ ही दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा का काम देख रहे ज्वाइंट डायरेक्टर विनीत विनायक को भी हटा दिया गया है और उनका काम एडीशनल डायरेक्टर प्रवीण सिन्हा को दिया गया है।
दो टॉप अफसरों से शुरू हुआ था विवाद
सीबीआई में रिश्वत कांड के बाद उठी अंदरूनी कलह के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेश पर सीबीआई के डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया गया था तथा ज्वाइंट डायरेक्टर एम नागेश्वर राव को अंतरिम निदेशक बनाया गया। छुटी पर भेजे जाने से नाराज डायरेक्टर आलोक वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जिस पर सुनवाई चल रही है।
बड़े पैमाने पर हुए थे तबादले
इसके बाद बड़े स्तर पर तबादले हुए थे और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना पर लगे आरोपों की जांच के अधिकारियों को बदल दिया गया था। इसके बाद नई टीम का गठन किया गया था। इसमें सीबीआई के एसपी सतीश डागर, डीआईजी अरुण गॉबा और वी मुरुगन शामिल किया गया था।
रिश्वत के लगे थे आरोप
अस्थाना और उनकी टीम के एक डीएसपी पर मीट कारोबारी मोइन कुरैशी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तीन करोड़ रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है। वहीं, अस्थाना का आरोप है कि सीबीआई चीफ आलोक वर्मा ने ही दो करोड़ रुपये की घूस ली है। इस आरोप पर पिछले साल 15 अक्टूबर को अस्थाना के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।