पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में हिंसा पर गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से मांगी रिपोर्ट
लंबी कानूनी लड़ाई के बाद पश्चिम बंगाल के बहु-प्रतीक्षित पंचायत चुनावों के लिए आज वोट डाले जा रहे हैं। 20 जिलों में हो रहे पंचायत चुनाव के मतदान के दिन भी हिंसा की खबरें थमती नहीं दिख रही। सुबह सात बजे से मतदान शुरू होने के बाद से ही लगातार हिंसा की खबरें आई हैं। इन हिंसक घटनाओं में कम से कम छह लोगों की मौत हो चुकी है तथा 43 घायल हुए हैं।
गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से हिंसक घटना का ब्यौरा देने और शांति बहाल करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही घटना को दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा है।
लंबी कानूनी लड़ाई के बाद पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए सोमवार को वोट डाले जा रहे हैं। 20 जिलों में हो रहे इन चुनावों में कई इलाकों में मारपीट, हत्या और बमबारी जैसी हिंसक घटनाओं की खबरें भी आ रही हैं। पंचायत चुनाव का मुकाबला मुख्य रूप से टीएमसी, भाजपा और लेफ्ट के बीच है। मतदान के दौरान राज्य के कई इलाकों में बमबाजी, मारपीट, बैलेट बॉक्स लूट, आगजनी और गोलीबारी जैसी हिंसक घटनाओं में कम से कम 10 लोगों की मौत हो चुकी है। मामले में गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की है।
दक्षिण 24 परगना में टीएमसी कार्यकर्ता गोली मारकर हत्या कर दी गई। वहीं उत्तरी 24 परगना में हुए बम धमाके में कम से कम 20 लोग घायल हो गए हैं। इसके अलावा बिलकांडा में भाजपा समर्थक पर टीएमसी कार्यकर्ताओं ने चाकू से हमला कर दिया।
अगले साल होने आम चुनावों से पहले होने के कारण इन चुनावों को अहम माना जा रहा है। मतगणना 17 मई को होगी। मतदान के दौरान हिंसा के मसले पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भाजपा, कांग्रेस और वाममोर्चा के बीच जुबानी तथा कानूनी जंग का लंबा दौर भी चला है। राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक 3358 ग्राम पंचायतों की 48650 में से 16814 सीटों पर उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। वहीं 31 पंचायत समितियों की 9217 में से 3059 सीटों पर उम्मीदवारों को निर्विरोध चुना गया है।