कोरोना वैक्सीन की प्राथमिकता वैज्ञानिक डेटा के आधार पर होगी तयः डा हर्षवर्धन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने गुरुवार को बताया केंद्र सरकार ने वितरण की निगरानी के लिए मौजूदा वैक्सीन खुफिया नेटवर्क को संशोधित किया है। 135 करोड़ भारतीयों को इसे मुहैया कराने की प्राथमिकता वैज्ञानिक मूल्यांकन पर आधारित होगी। इसके ब्लूप्रिंट पर चर्चा करने के लिए एक ई-वैक्सीन इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म बनाया गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने यह बात फिक्की एफएलओ के एक वेबिनार को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने विश्वास जताया कि कोरोना वायरस वैक्सीन अगले तीन-चार महीनों में तैयार हो जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, वैक्सीन की प्राथमिकता वैज्ञानिक डेटा के आधार पर तय की जाएगी। स्वास्थ्य कर्मचारी और कोरोना वॉरियर्स को स्वाभाविक रूप से प्राथमिकता दी जाएगी। इसके बाद बुजुर्ग और रोग-ग्रस्त लोगों को टीका दिया जाएगा। टीकाकरण के लिए बहुत विस्तृत योजना पर काम चल रहा है।
कोरोना के रोकथाम को लेकर केंद्र सरकार के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में महामारी से लड़ने के लिए 'बहुत साहसिक कदम' उठाए गए हैं। जनता कर्फ्यू हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक बहुत ही अनूठा प्रयोग था। इसमें नागरिकों की राष्ट्रव्यापी भागीदारी थी। लॉकडाउन और अनलॉक लागू करने का निर्णय महामारी के दौरान केंद्र सरकार द्वारा किए गए कुछ साहसिक निर्णय थे। उन्होंने कहा कि सरकार इस लड़ाई के दौरान काफी सक्रिय रही। कोरोना के मद्देनजर सही समय पर हवाई अड्डों, बंदरगाहों और भूमि सीमाओं पर सर्विलांस शुरू किया गया।