‘मितव्यता’ के साथ ‘भव्यता’ पर धामी सरकार का जोर, अब जनपदों में एक साथ ही होंगे लोकार्पण और शिलान्यास के कार्यक्रम
सूबे में औद्योगिक क्रांति की तैयारियों में जुटी धामी सरकार ने अब मितव्यता पर पर भी ध्यान फोकस किया है। तय किया गया है कि अब सभी विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण एक साथ ही किया जाएगा। इसका फायदा ये होगा कि एक तो सरकारी पैसा कम खर्च होगा, दूसरा इस तरह के आयोजन भव्यता के साथ किए जा सकेंगे। अहम बात यह भी है कि सभी कार्यक्रमों में सीएम पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी को सुनिश्चित किया जाएगा।
सूबे के सभी जनपदों में विकास कार्य चल रहे हैं। इनके शिलान्यास और लोकार्पण अलग-अलग किए जा रहे हैं। इससे सरकारी खजाने पर ज्यादा बोझ पड़ रहा है। हर आयोजन पर लाखों रुपये बार-बार खर्च हो रहे हैं। अब तय किया गया है कि एक जनपद के सभी शिलान्यास और लोकार्पण कार्यक्रम एक ही स्थान पर किए जाएंगे। इससे कम पैसे में भव्य कार्यक्रम हो सकेगा। सीएम सचिवालय ने इस बारे में सभी जिलाधिकारियों को सूचित कर दिया है। सभी जनपदों से सूचना मांगी गई है कि उनके जिले में कौन-कौन से विकास कार्यों का लोकापर्ण या शिलान्यास होना है।
सीएम धामी लंबे समय से सूबे के हर जनपद का दौरा और प्रवास कर रहे हैं। उनका यह कार्यक्रम आगे भी जारी रहने वाला है। अब हर जिले में सभी शिलान्यास और लोकापर्ण कार्यक्रम में सीएम धामी खुद भी मौजूद रहने वाले हैं। इस तरह के आयोजन को भव्य बनाया जाएगा। अभी तक छोटे-छोटे आयोजनों पर लाखों रुपये खर्च हो रहे हैं। एक ही कार्यक्रम में पैसे भी कम खर्च होंगे और आयोजन भी भव्य हो जाएगा।
इस तरह के भव्य आयोजन का भाजपा सियासी मुनाफा ही कमा सकती है। लोकसभा चुनाव आने वाला है और आचार संहिता लागू होने से पहले ही सीएम धामी का पूरे प्रदेश में इस तरह का आय़ोजन भाजपा के लिए भी मुफीद साबित होने वाला है।