राज्यसभा से 72 सांसद रिटायर, पीएम मोदी बोले- अनुभवी साथी के जानें की कमी हमेशा खलेगी
संसद के उच्च सदन राज्यसभा से आज 72 सांसद रिटायर हो गए। इन नेताओं में कपिल सिब्बल, पी. चिदंबर, जयराम रमेश और एके एंटनी जैसे कई दिग्गज नेता शामिल हैं। इसके अलावा भाजपा के नेता सुब्रमण्यन स्वामी भी रिटायर हो गए हैं। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में विदाई भाषण के दौरान कहा कि मेरी कामना है कि आप सभी लोग वापस लौट कर सदन में आएं। इस मौके पर सेवानिवृत्त सदस्यों ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू, उप सभापति हरिवंश और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ एक फोटो भी खिंचवाई।
पीएम मोदी ने कहा, 'हमारे राज्यसभा सांसदों का लंबा अनुभव रहा है। कई बार अनुभव अकादमिक ज्ञान से भी ज्यादा अहम होता है। मैं रिटायर हो रहे सदस्यों से कहूंगा कि लौट कर आना।'
पीएम मोदी ने कहा कि हमने संसद में लंबा वक्त साथ गुजारा है। इस सदन ने हमारी जिंदगी में अहम योगदान दिया है, जितना हमने उसके लिए किया है, उससे कहीं ज्यादा है। उन्होंने कहा कि इस सदन के सदस्य के तौर पर सांसदों को देश की चारों दिशाओं का अनुभव हासिल होता है।
इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मैं और कांग्रेस पार्टी बहुत कुछ खो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सदन में आनंद शर्मा से विदेश मामलों में मैंने हमेशा सीखा था। खड़गे ने कहा कि एके एंटनी ज्यादा बोलते नहीं थे, लेकिन उनकी सलाह हमेशा अहम रही है। उन्होंने कहा कि एके एंटनी ने बहुत से काम किए, लेकिन कभी उन चीजों के लिए क्रेडिट नहीं लिया।
कांग्रेस नेता ने पी. चिदंबरम के रिटायरमेंट पर खड़गे ने कहा कि वह आर्थिक मामलों और कानूनी मसलों के बड़े ज्ञाता रहे हैं। राज्य सभा में उन्होंने हमेशा बेहद संजीदगी के साथ अपनी बात रखी थी। शायराना अंदाज में खड़गे ने कहा, 'आपके साथ कुछ लम्हे और कई यादें बतौर इनाम मिले, आपके साथ सफर पर निकले और अनुभव तमाम मिले।' एक और शेर सुनाते हुए कांग्रेस के लीडर ने कहा, 'विदाई तो है एक दस्तूर पुराना, पर ऐसी छाप छोड़ जाओ कि हर कोई गाए आपका तराना।' कांग्रेस के नेता ने कहा कि राजनीतिक शख्स कभी लोग रिटायर नहीं होते। आप मजबूती से रहिए, हम सदैव आपके साथ रहेंगे।