बांग्लादेश, पाकिस्तान में धार्मिक हिंसा की निंदा, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने कहा- यह इस्लाम नहीं
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने बांग्लादेश में इस्लामी कट्टरपंथियों द्वारा मंदिरों और वहां के हिंदुओं पर किए गए हिंसक हमलों की कड़ी निंदा की है। मंच ने पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के बयान की भी निंदा की। मंच ने एक बयान जारी कर कहा कि पाकिस्तान में भी अल्पसंख्यकों पर हमले होते हैं और उन्हें प्रताड़ित किया जाता है। हिंसक घटनाएं गैर इस्लामी हैं।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक एवं राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी शाहिद सईद ने बताया कि मंच का यह मत है कि ऐसी हिंसक घटनाएं गैर इस्लामी हैं और उसके माननेवालों की धार्मिक असहिष्णुता की मानसिकता को व्यक्त करती हैं। इस्लाम वह धर्म है जो सलामती, अमन, भाईचारे और शांति का संदेश देता है।
मंच ने जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती के उस बयान की भी निंदा की, जिसमें उन्होंने क्रिकेट मैच में पाकिस्तान की जीत के जश्न की तुलना अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने पर मनाई गई खुशी से की है। मुफ्ती ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम की जीत पर खुशी मनाने व पटाखे फोड़ने को सही ठहराते हुए कहा कि जब अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने पर लोगों ने खुशी मनाई और मिठाइयां बांटी तब किसी ने विरोध नहीं किया तो अब क्यों?
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने भारत और दुनिया के मुस्लिम भाई-बहनों, धार्मिक संगठनों और धार्मिक नेताओं से अपील की कि वे इस प्रकार की धार्मिक असहिष्णुता व्यक्त करने वाली हिंसक घटनाओं की कठोर शब्दों में निंदा करें। मंच ने बांग्लादेश सरकार से हिंसक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।