टोटल लॉकडाउन के ऐलान से फैला कन्फ्यूजन, 4-5 घंटे बाद सरकार साफ कर पाई स्थिति
उत्तर प्रदेश के नोएडा और गाजियाबाद समेत 15 जिलों में बुधवार की दोपहर अचानक अफरा तफरी मच गई। लोग जरूरी सामान खरीदने के लिए घरों से निकल पड़े जिससे दुकानों पर काफी भीड़ लग गई। नौबत यहां तक आ गई कि फल सब्जी की दुकानों में सब्जियां खत्म होने लगीं, किराना दुकानों में भी दूध और अन्य सामान खत्म होने लगे। एक-एक व्यक्ति घर के लिए 10 किलो चीनी और 15 लीटर दूध खरीद रहा था। चावल, दाल, आटा खरीदने की भी जैसे होड़ लग गई। अचानक मची अफरा-तफरी की वजह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की वह घोषणा थी जिसमें उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस का संक्रमण रोकने के लिए प्रदेश के 15 जिलों को 15 अप्रैल तक पूरी तरह सील किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इन जिलों में प्रशासन की तरफ से पेट्रोलिंग होगी और लोग अपने घरों से ना निकले।
बाद में प्रशासन ने दिया स्पष्टीकरण, पूरा जिला नहीं सिर्फ हॉटस्पॉट सील होंगे
यह आदेश आधी रात से लागू होना था। लेकिन बाजारों में भीड़ बढ़ने के बाद संभवत: प्रशासन को गलती का एहसास हुआ। अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि सिर्फ हॉटस्पॉट वाले इलाकों को सील किया जाएगा, पूरे जिले को नहीं। इन इलाकों पर नजर रखने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि सील किए गए इलाकों में मीडिया कर्मियों को भी जाने की अनुमति नहीं होगी। प्रशासन की तरफ से फटाफट वीडियो मैसेज भी सर्कुलेट किए गए। बुधवार शाम तक प्रदेश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 361 हो चुकी थी। बुधवार को 29 नए मामले सामने आए। इस महामारी से राज्य में अब तक 4 लोगों की जान जा चुकी है।
सील किए गए इलाकों में लोगों का आना जाना पूरी तरह बंद
सील किए गए इलाकों में लोग ना तो बाहर जा सकेंगे न ही बाहर से वहां कोई जा सकेगा। आने जाने के लिए पहले जो भी पास जारी किए गए हैं वह सब निरस्त कर दिए गए हैं। इस बीच राज्य सरकार ने घर से बाहर निकलने वालों के लिए मास्क पहनना जरूरी कर दिया है। संक्रमण का पता लगाने के लिए रोजाना की जाने वाली जांच की संख्या भी बढ़ा दी गई है। अब हर दिन 1500 टेस्ट किए जा रहे हैं।
सील किए गए इलाकों में बढ़ाई गई निगरानी
प्रदेश के सील किए गए इलाकों में गुरुवार सुबह से ही प्रशासन की तरफ से निगरानी बढ़ा दी गई है। लोगों की आवाजाही रोकने के लिए जगह-जगह बैरिकेड लगाए गए हैं। पुलिस की गाड़ियां पेट्रोलिंग कर रही हैं। प्रशासन का कहना है कि इन इलाकों में सिर्फ दूध सब्जियों जैसी जरूरी चीजों की सप्लाई की जाएगी। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां इन इलाकों को सैनिटाइज करेंगी।
नोएडा में लोगों की मदद के लिए बना कंट्रोल रूम
नोएडा के एक निवासी ने बताया कि कल उनके आसपास लोग 10 से 15 लीटर दूध के पैकेट घर ले जा रहे थे। कुछ तो सामान ले जाने के लिए घरेलू नौकरों को भी साथ लेकर आए थे। नोएडा में 22 हॉटस्पॉट सील किए गए हैं। यहां प्रशासन की तरफ से लोगों की जरूरतें पूरी करने के लिए इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम बनाया गया है। गौतम बुद्ध नगर के जिला मजिस्ट्रेट सुहास ललिनाकेरे ने बताया कि इस कंट्रोल रूम का नंबर 18004192211 है। प्रशासन ट्रैवल हिस्ट्री वाले परिवारों की भी पहचान कर रहा है। अभी तक 52,130 घरों में पूछताछ की गई है और 338 परिवारों की पहचान की गई है। उन पर नजर रखी जा रही है।