बाड़मेर में बोले प्रधानमंत्री मोदी, कांग्रेस और सूखा दोनों “जुड़वा भाई” हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान में बाड़मेर के पचपदरा में मंगलवार को रिफाइनरी कार्य का शुभारम्भ किया। इस मौके पर पीएम ने कहा कि यह संकल्प से सिद्धि का समय है। हमें अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम पर फोकस करना चाहिए। इस मौके पर वह कांग्रेस पर हमला करने से भी नहीं चूके। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और सूखा जुड़वा भाई हैं। जहां भी कांग्रेस सत्ता में होगी, वहां सिर्फ सूखा ही होगा। इस दौरान पीएम ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की तारीफ भी की।
शुभारंभ से पहले ही पीएम का ये कार्यक्रम राजनीतिक खींचतान की वजह से विवादों में आ गया है। इस पूरे विवाद में बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने हैं। कांग्रेस का आरोप है कि इस रिफाइनरी का शिलान्यास पहले ही तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी कर चुकी हैं, फिर पीएम दोबारा इसका शुभारंभ क्यों कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें यहां से विश्वास दिया गया है कि जब वर्ष 2022 में देश आजादी के 75 वर्ष का जश्न मना रहा होगा तब यहां से रिफाइनरी का कार्य प्रारंभ हो जाएगा। पीएम मोदी ने इस मौके पर राजस्थान की मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि वसुंधरा राजे में राजपरिवार के साथ मारवाड़ी गुण भी है। इसलिए वे राजस्थान का 40 हजार करोड़ रुपए बचाने में कामयाब रही है। मोदी ने इस मौके पर इजरायल के हाइफा को मुक्त कराने में राजस्थान के वीर सपूतों के योगदान को याद किया। मोदी ने मेजर दलतप सिंह शेखावत को प्रणाम करते हुए हाइफा युद्ध के बारे में याद दिलाया।
मोदी ने कहा, मैं राजस्थान सरकार और धर्मेंद्र प्रधान जी के विभाग को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने कहा कि बाड़मेर धरती ये वो धरती है जहां महान शख्सियतों ने जन्म लिया। मैं इस धरती को नमन करता हूं। ये स्वाधीनता सेनानी गुलाबचंद जी की भूमि है। उन्होंने गांधी के साथ सत्याग्रह के पहले नमक सत्याग्रह किया था, जिन्हें हर कोई याद करता है।
उन्होंने कहा कि इजरायल के पीएम इन दिनों भारत के दौरे पर हैं, देश की आजादी के बाद मैं पहला पीएम था जो इजरायल गया था। पीएम मोदी ने कहा कि जब मैं इजरायल गया तो मैं हाइफा गया, तो प्रथम विश्वयुद्ध में हाइफा को मुक्त कराने के लिए जिन भारतीय वीरों ने बलिदान दिया था उन्हें श्रद्धांजलि दी। उस दौरान सैनिकों का नेतृत्व राजस्थान के मेजर दलपत सिंह ने किया था। दिल्ली में तीन मूर्ति चौक उनकी याद में बना है, अब उसका नाम तीन मूर्ति हाइफा चौक कर दिया है।
कांग्रेस पर कसा तंज
इस मौके पर मोदी ने कांग्रेस पर तंज कसा कि केवल पत्थर जड़ने से नहीं बल्कि काम शुरू करना जरूरी होता है। प्रोजेक्ट 43 हजार करोड़ का है। पीएम ने कहा कि पत्थर लगाने से लोगों को गुमराह नहीं किया जा सकता। अफसरों ने जब मुझे प्रोजेक्ट की जानकारी दी तो मैंने पूछा कि ये पूरा कब होगा।
मोदी ने कहा कि पहले मैं सुनता था कि राजस्थान में कांग्रेस और अकाल जुड़वा भाई हैं, जहां कांग्रेस जाएगी वहां पर अकाल साथ-साथ जाता है। उन्होंने कहा कि सिर्फ यहां ही नहीं बल्कि कई जगह पत्थर लगाकर फोटो खिंचवाई गई है। उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी बातें करना, जनता को गुमराह करना कांग्रेस की कार्यशैली का हिस्सा है।
उन्होंने बताया कि जब मैं पीएम बना तो रेलवे बजट देखा तो 1500 से ज्यादा ऐसी योजनाओं की घोषणा की गई जो अभी तक कागज में ही हैं। हमारी सरकार ने कुछ पल की ताली के लिए हमने ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा कि जितना हो सकता है हम उतना ही बताएंगे। हमारी सरकार ने वन रैंक-वन पेंशन के सपने को पूरा किया, जो 40 साल से अटका हुआ था।
समारोह से पहले CM वसुंधरा ने किया सभी व्यवस्थाओं का अवलोकन
सोमवार को पचपदरा पहुंचीं वसुंधरा राजे और केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के साथ समारोह स्थल पर बनाए गए मंच, पंडाल, प्रदर्शनी स्थल सहित अन्य सभी व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। तैयारियों पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने अधिकारियों से मंगलवार को होने वाले समारोह के लिए सुरक्षा सहित अन्य सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखने के लिए निर्देश दिए।
समारोह में इन लोगों की रहेगी उपस्थिति
मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक निर्माण मंत्री युनूस खान एवं अधिकारियों से व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली। इस अवसर पर सांसद दुष्यंत सिंह, कर्नल सोनाराम, पीएचईडी मंत्री सुरेन्द्र गोयल, खान राज्यमंत्री, सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी, विधायक अशोक परनामी, मुख्य सचिव निहालचंद गोयल, पुलिस महानिदेशक ओपी गल्होत्रा, प्रमुख शासन सचिव खान एवं पेट्रोलियम अपर्णा अरोरा तथा एचपीसीएल के सीएमडी एमके सुराणा सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
भाजपा शासन में खोदा गया तेल का पहला कुआं- राजे
इस दौरान राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि राज्य में तेल का पहला कुआं 2005 से 2008 के बीच भाजपा शासन काल में ही खोदा गया था और आज भाजपा शासन काल में ही इतनी बड़ी परियोजना का शुभारम्भ हो रहा है। राजे ने कहा कि इस योजना से राज्य में नौकरियां आएंगी।
मारवाड़ की धरती पर हैं तेल के भंडार- धर्मेंद्र प्रधान
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि मारवाड़ की धरती पर तेल के भंडार, लिग्नाइट, सौर ऊर्जा के भंडार हैं, जहां 37,000 करोड़ का अतिरिक्त निवेश हो रहा है। हमने 1 लाख करोड़ के निवेश की योजना बनाई है। रिफाइनरी के बारे में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री का कहा कि इस पर करीब साढ़े 43 हजार करोड़ रुपए की लागत लगेगी, इस रिफाइनरी का काम चार साल में पूरा हो जाएगा। इस रिफाइनरी का काम एचपीसीएल और राजस्थान सरकार का संयुक्त उपक्रम होगा।
कांग्रेस का आरोप
रिफाइनरी को लेकर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 2013 में इसका शिलान्यास हो चुका है तो फिर पीएम इसे दोबारा क्यों कर रहे हैं। गहलोत ने कहा कि ऐसा करके मोदी अपने पद की गरिमा को गिरा रहे हैं। भाजपा आने वाले विधानसभा चुनाव में इसका फायदा उठाना चाहती है।
विवाद के बाद आमंत्रण पत्र पर लिखा गया 'कार्य शुभारंभ समारोह'
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हालांकि इस विवाद के बाद वितरित किए गए आमंत्रण पत्र में 'कार्य शुभारंभ समारोह' लिखा गया है। लेकिन इस पर गहलोत ने कहा कि यह मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया सरकार का मुंह छिपाने जैसा कदम है। 2013 में विधानसभा चुनाव से पहले गहलोत सरकार ने सोनिया गांधी को बुलाकर तेल रिफाइनरी का शिलान्यास करवाया था, लेकिन वसुंधरा राजे ने सत्ता में आते ही इसे घाटे का सौदा बताकर बंद कर दिया। अब 2018 में विधानसभा चुनाव है तो वसुंधरा राजे ने 16 जनवरी को फिर से शिलान्यास करने के लिए पीएम मोदी को बुलाया है।