देशभर में कोरोना के मामले बढ़कर 5.28 लाख हुए; एमपी और यूपी में घर-घर होगा सर्वे
एक दिन में करीब 20 हजार मामले आने के साथ भारत में कोविड-19 से संक्रमित लोगों की संख्या रविवार को 5,28,859 हो गई, वहीं मृतकों की संख्या 16,095 हो गई है। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश ने घर-घर सर्वे कराने की घोषणा की है।
केंद्र सरकार ने बताया कि ठीक होने वाले लोगों की संख्या कोविड-19 से संक्रमित लोगों की तुलना में एक लाख ज्यादा है। सरकार ने कहा कि राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के साथ मिलकर एहतियाती कदम उठाने के उत्साहजनक परिणाम दिख रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज करा रहे लोगों की संख्या जहां 2,03,051 है वहीं 3,09,712 लोग इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं और एक मरीज दूसरे देश चला गया है।
अभी तक करीब 58.56 फीसदी मरीज ठीक हो चुके हैं
एक अधिकारी ने बताया कि इस प्रकार अभी तक करीब 58.56 फीसदी मरीज ठीक हो चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ भारत सरकार द्वारा उठाए गए चरणबद्ध एहतियाती कदमों से उत्साहजनक परिणाम दिख रहे हैं। भारत में लॉकडाउन के नियमों में ढील दिए जाने की तारीख एक जून तक संक्रमित लोगों की संख्या 3,38,324 थी। देश में रविवार को संक्रमण के 19,906 मामले सामने आए। यह लगातार पांचवां दिन है जब कोरोना वायरस संक्रमण की संख्या 15 हजार से अधिक हुई है।
अब कोरोना वायरस को परास्त करने और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करना होगा
देश में अनलॉक चरण शुरू होते ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अब कोरोना वायरस को परास्त करने और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करना होगा। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा आपदा को सफलता में परिवर्तित किया है और यह वर्ष भी अलग नहीं होगा। उन्होंने कहा कि लोगों को लॉकडाउन के समय की तुलना में ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी। प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में चेताया कि हमेशा याद रखिए, अगर आपने मास्क नहीं पहना, छह फुट सामाजिक दूरी का पालन नहीं किया या अन्य एहतियात नहीं बरते तो खुद के अलावा आप दूसरों को भी खतरे में डाल रहे हैं, खासकर घर के बुजुर्गों और बच्चों को।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि 30 जून के बाद भी राज्य में लॉकडाउन की पाबंदियां जारी रहेंगी
प्रधानमंत्री की बातों का समर्थन करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि 30 जून के बाद भी राज्य में लॉकडाउन की पाबंदियां जारी रहेंगी, क्योंकि संकट अभी टला नहीं है। ठाकरे ने कहा कि अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए अनलॉक की प्रक्रिया को धीरे-धीरे लागू किया जा रहा है, जिसे ‘मिशन बिगिन अगेन’ नाम दिया गया है। मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। वहां संक्रमण के कुल एक लाख 59,133 मामले हैं जबकि दिल्ली में 80,188, तमिलनाडु में 78,335, गुजरात में 30,709, उत्तरप्रदेश में 21,549, राजस्थान में 16,944 और पश्चिम बंगाल में 16,711 मामले सामने आए हैं।
दिल्ली में घर-घर सर्वे से करीब दो लाख 45 हजार लोगों की जांच की गई
दिल्ली में मामलों में अचानक बढ़ोतरी के बाद अधिकारी संशोधित रणनीति को लागू कर रहे हैं और कोविड-19 निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या 218 से बढ़कर 417 हो गई है, जबकि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए घर-घर सर्वे की नीति के तहत करीब दो लाख 45 हजार लोगों की जांच की गई है। अधिकारियों ने बताया कि निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या में और बढ़ोतरी हो सकती है क्योंकि केंद्र के निर्देश के बाद अधिकारी कुछ जिलों में इस तरह के इलाकों की फिर से पहचान करने की प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाए हैं। एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि हमने महानगर में कोविड-19 के लिए घर-घर जाकर करीब दो लाख लोगों की जांच की है। करीब 45 हजार लोगों की जांच कोविड-19 निषिद्ध क्षेत्रों में की गई है। प्रत्येक घर की जांच की प्रक्रिया छह जुलाई तक पूरी हो जाएगी।
दस हजार से ज्यादा ममाले वाले राज्य
दस हजार से अधिक मामलों वाले अन्य राज्य हैं तेलंगाना (13,436), हरियाणा (13,427), मध्यप्रदेश (12,965), आंध्रप्रदेश (12,285) और कर्नाटक (11,923)। उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश ने भी निगरानी बढ़ाते हुए दिल्ली, गोवा, ओडिशा और झारखंड की तर्ज पर घर-घर सर्वेक्षण कराने का फैसला किया है। उत्तरप्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव (चिकित्सा और स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि राज्य में जुलाई में मेरठ मंडल से बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया जाएगा जिसमें पोलियो उन्मूलन की तर्ज पर घर-घर सर्वेक्षण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसे निषिद्ध और गैर निषिद्ध क्षेत्रों में किया जाएगा।
एक जुलाई से ‘कोरोना को मारो’ अभियान शुरू करेगी करेगी मध्य प्रदेश सरकार
मध्यप्रदेश की सरकार ने कहा कि राज्य में कोविड-19 के प्रसार पर नियंत्रण के लिए वह बएक जुलाई से ‘कोरोना को मारो’ अभियान शुरू करेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोविड-19 महामारी पर डिजिटल समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि अभियान के तहत घर-घर सर्वेक्षण किया जाएगा ओर दूसरी बीमारियों से पीड़ित नागरिकों की भी जांच की जाएगी। चौहान ने कहा कि 15 दिनों के अभियान में ढाई लाख जांच की जाएंगी और रोजाना 15 हजार से 20 हजार नमूने एकत्रित किए जाएंगे।