कोरोना वायरसः सभी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर होगी स्क्रीनिंग, साझा करना होगा सफर का ब्यौरा
कोरोना वायरस को लेकर भारत सरकार ने फैसला किया है कि सभी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके साथ भारत में प्रवेश करते समय हवाई अड्डे पर अपने सफर का ब्यौरा, स्वास्थ्य और इमिग्रेशन अधिकारियों के साथ साझा करना अनिवार्य कर दिया है।
प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा ने बुधवार को एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए कोरोनावायरस से निपटने के तरीकों पर चर्चा की जिसमें देश के सभी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों परस्क्रीनिंग शुरू करने का निर्णय लिया गया। बैठक में कैबिनेट सचिव, विदेश सचिव, स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव, नागरिक उड्डयन, सूचना और प्रसारण,गृह मंत्रालय और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष शामिल हुए।
राज्य सरकारों के साथ बढ़ाई जाएंगी सुविधाएं
सरकार की तैयारियों के स्तर को और बढ़ाने के लिए दो बड़े बदलाव किए गए हैं। इनमें थर्मल इमेजरी उपकरणों के इस्तेमाल के साथ-साथ सभी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों और समुद्र-बंदरगाहों पर स्क्रीनिंग की शुरूआत की जाएगा और घोषणा के तौर पर पर्यटकों और यात्रियों को अपने सफर का ब्यौरा भरना अनिवार्य होगा। देश के विभिन्न हिस्सों में राज्य सरकारों के साथ टेस्टिंग और आइसोलेशन वार्ड बनाने का फैसला भी लिया गया।
आम जनता को दें जानकारी
यह भी तय किया गया कि एमएचए, एमओडी, रेलवे और श्रम जैसे मंत्रालय अपनी सुविधाओं और अस्पतालों के उपयोग के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ काम करेंगे। गृह मंत्रालय को संबंधित जिला प्रशासन के अधिकारियों सहित राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करने का काम सौंपा गया था, ताकि इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) में स्क्रीनिंग प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके। बैठक में कहा गया कि वायरस के बारे में सही जानकारी न होने के कारण लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। सूचना और प्रसारण मंत्रालय को प्रासंगिक सलाह ‘क्या करें और क्या न करें’ के बारे में आम जनता को जानकारी दे।
28 मामले आ चुके हैं सामने
दिल्ली में कोरोनोवायरस के पहले मामले का पता सोमवार को चला। आगरा में छह संदिग्ध मामले भी संक्रमित पाए गए दिल्ली के व्यक्ति के संपर्क में आए थे। देश में में कोरोनोवायरस के 28 मामले सामने आए हैं, जिनमें इटली के नागरिक भी शामिल हैं, जो अब अलग हो चुके हैं। अत्यधिक संक्रामक वायरस के कारण दुनिया भर में अब तक 3,110 लोगों की मौत हो चुकी है।