कोरोना का पता लगाने के लिए CT स्कैन से खतरा, 300 एक्सरे के बराबर होता है रेडिएशन: डॉ. गुलेरिया
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच लोग खासी संख्या में सीटी स्कैन करवा रहे हैं। कोरोना के लक्षण होने के बाद भी कोविड टेस्ट निगेटिव आ रहा है जिस पर डॉक्टर उन्हें सीटी स्कैन कराने की सलाह दे रहे हैं। एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि अगर कोरोना के हल्के लक्षण हैं तो सीटी स्कैन कराने की कोई जरूरत नही है। सीटी स्कैन सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है और इसे कराने के बाद कैंसर की संभावना बढ़ सकती है।
डॉ. गुलेरिया ने कहा, 'सीटी स्कैन और बायोमार्कर का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। अगर हल्के लक्षण हैं तो सीटी स्कैन कराने का कोई फायदा नहीं है। एक सीटी स्कैन 300 चेस्ट एक्स-रे के बराबर होता है। यह बहुत हानिकारक है।'
डॉक्टर गुलेरिया ने होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को सलाह दी कि वे अपने डॉक्टर से संपर्क करते रहें। सेचुरेशन 93 या उससे कम हो रही है, बेहोशी जैसे हालात हैं, छाती में दर्द हो रहा है तो एकदम डॉक्टर से संपर्क करें।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में अब तक 81.77% लोग ठीक हुए हैं. देश में करीब 34 लाख सक्रिय मामलों की संख्या बनी हुई है। अब तक संक्रमण से 2 लाख के करीब मृत्यु दर्ज की गई है। पिछले 24 घंटे में देश में 3,417 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई है।