दिल्ली हिंसा: CWC की बैठक खत्म, दिल्ली हिंसा पर शांति मार्च निकालेगी कांग्रेस
दिल्ली हिंसा को लेकर कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक आज यानी मंगलवार को हुई। बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मौजूद रहे। बैठक में हिंसा के दौरान मरने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी गई।
बैठक में फैसला लिया गया कि कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड से राष्ट्रपति भवन तक शांति मार्च निकालेंगे। सभी सांसदों को कांग्रेस मुख्यालय बुलाया गया है। इस मार्च में सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी भी शामिल हो सकती हैं।
बैठक में ये लोग रहे मौजूद
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, वरिष्ठ नेता एके एंटनी, केसी वेणुगोपाल और कई अन्य नेता मौजूद हैं, लेकिन राहुल गांधी नहीं हैं। कांग्रेस के सूत्रों की ओर से समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, राहुल गांधी अभी देश में नहीं हैं, इसलिए वह बैठक में शामिल नहीं हो पाए। बैठक में दिल्ली हिंसा पर चर्चा के बाद एक प्रस्ताव भी पारित किया जा सकता है।
चिदंबरम ने पुलिस पर साधा निशाना
बैठक से पहले कांग्रेस नेता और पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने दिल्ली पुलिस पर निशाना साधा। चिदंबरम ने अपनी ट्वीट में कहा कि चाहे गृह मंत्री हो या फिर गृह मंत्रालय, सरकार का कर्तव्य है कि वह हिंसा को रोके। हिंसा सोमवार से जारी है और अब भी हिंसा की घटनाएं हो रही हैं। यह दिल्ली पुलिस की भारी विफलता को दिखाता है।
संसद भवन तक निकाला जा सकता है मार्च
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, बैठक के बाद कांग्रेस नेता संसद भवन तक मार्च भी निकाल सकते हैं। रविवार से उत्तर-पूर्वी दिल्ली के पांच इलाकों में नागरिकता संशोधित कानून को लेकर हुई हिंसा शुरू हो गई थी, जिसमें अब तक 20 लोगों की जान जा चुकी है और 200 लोग घायल बताए जा रहे हैं। मृतकों में एक हेड कांस्टेबल और घायलों में डीसीपी स्तर के दो अधिकारी भी शामिल हैं।
लोकसभा-राज्यसभा सांसदों की भी होगी बैठक
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद कांग्रेस के राज्यसभा और लोकसभा सांसदों की बैठक भी बुलाई गई है। बैठक के बारे में सभी सदस्यों को सूचित किया जा चुका है। माना जा रहा है कि इस बैठक में आगामी संसद सत्र में दिल्ली हिंसा, नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर, एनआरसी का विरोध करने के लिए रणनीति बनाई जाएगी।