‘फैनी’ से अब तक 12 लोगों की मौत और 200 घायल, पश्चिम बंगाल पहुंचा चक्रवात
ओडिशा में 175 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज बारिश और हवाओं के साथ आए फैनी तूफान से मरने वालों की संख्या बढ़कर 12 लोगों की मौत हो गई है जबकि 200 लोग घायल हो गए हैं। वहीं, कई जगह पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए। दुकानें और झोपड़ियां तबाह हो गईं। जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया और संचार सेवा ठप है। समुद्र के किनारे बसे पुरी में कई इलाके डूब गए। वहीं, फैनी तूफान आंध्र प्रदेश से होता हुआ अब पश्चिम बंगाल की तरफ बढ़ गया है।
अपडेट्स
-पुरी और भुवनेश्वर में अंधेरा
चक्रवाती तूफान फानी के तांडव के कारण ओडिशा के पुरी और भुवनेश्वर अंधकार में डूब गए हैं। पूरे इलाके में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। साथ ही टेलीकॉम सर्विस भी बाधित हो गई हैं।
-मौसम विभाग के मुताबिक, फैनी तूफान आंध्र प्रदेश से दूर चला गया है। ओडिशा के 3 जिले भारी वर्षा से प्रभावित हुए। फैनी धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। इसकी रफ्तार अब 160 किमी प्रति घंटे हो गई है।
-रेलवे ने फानी चक्रवात प्रभावित इलाकों में राहत सामान पहुंचाने के लिए किराया नहीं लेने का निर्णय लिया है।
फैनी चक्रवात की वजह से हल्दिया पोर्ट बंद
फैनी चक्रवात की वजह से हल्दिया पोर्ट बंदचक्रवाती तूफान फानी के चलते पश्चिम बंगाल का हल्दिया पोर्ट बंद कर दिया गया है। इससे पहले पश्चिम बंगाल के कोलकाता एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया था।
ओडिशा के गंजम में सड़क पर गिरे पेड़ों को हटाते पुलिसकर्मी
Ganjam Police clearing uprooted trees at Purusottampur, Kodala Dharakote PS areas to normalised the traffic movement ... pic.twitter.com/Qce91QrJwE
— SP GANJAM (@sp_ganjam) May 3, 2019
#FaniCyclone के बाद भुवनेश्वर के बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का दृश्य
#WATCH: Visuals from Biju Patnaik International Airport in Bhubaneswar after #FaniCyclone made a landfall in Puri earlier in the day. Restoration process underway. pic.twitter.com/zB9FShmLzn
— ANI (@ANI) May 3, 2019
ममता बनर्जी ने की रैली रद्द
ओडिशा से शुरू हुआ फैनी तूफान का असर पश्चिम बंगाल में भी हो रहा है जिसके चलते मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की शुक्रवार और शनिवार की रैलियां रद्द कर दी हैं। हालात पर नजर रखने के लिए उन्होंने खड़गपुर में स्टे किया है।
एम्स पीजी परीक्षा रद्द
फैनी तूफान ओडिशा के पुरी तट से टकराने के बाद तटीय इलाकों में भारी बारिश हुई, जिसके चलते जगह-जगह पेड़ गिर गए और भुवनेश्वर समेत कुछ स्थानों पर बनीं झोपड़ियां तबाह हो गईं। ओडिशा में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया। पुरी और भुवनेश्वर में संचार व्यवस्था भी आंशिक रूप से प्रभावित रही। फैनी के कारण भुवनेश्वर में एम्स पीजी की परीक्षा रद्द कर दी गई है।
फैनी तूफान के खतरे को देखते हुए 157 ट्रेनें रद्द कर दी गईं। ओडिशा के भुवनेश्वर एयरपोर्ट और पश्चिम बंगाल के कोलकाता एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया। सुरक्षा के मद्देनजर 11 लाख से ज्यादा को लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया।
हाई अलर्ट पर एजेंसियां
फैनी तूफान को लेकर मौसम विभाग, एनडीआरएफ समेत सभी राहत और बचाव एजेंसियां हाई अलर्ट पर रहीं। नौसेना और सेना को भी तैयार रखा गया। माना जा रहा था कि इस दौरान भीषण बारिश होगी और तेज हवाएं चलेंगी। तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों से घरों से नहीं निकलने की सलाह दी गई। कई ट्रेनें रद्द कर दी गईं तो कई के रूट बदले गए। फैनी की चपेट में गंजाम, गजपति, खुर्दा, पुरी और जगतसिंहपुर, केन्द्रपाड़ा, भद्रक, जाजपुर और बालासोर सहित ओडिशा के कई तटीय प्रभावित हुए।
सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
11 तटीय जिलों के निचले और संवेदनशील इलाकों से करीब 11 लाख लोगों को सुरक्षित जगह पर ले जाया गया। इन लोगों को 4,000 शिविरों में ठहराया गया जिनमें विशेष रूप से तूफान के लिए बनाए गए 880 केंद्र शामिल हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए राज्य में 5,000 किचन स्थापित की गई ताकि प्रभावित लोगों तक खाना आदि पहुंचाया जा सके। केंद्र सरकार ने विशेष हेल्पलाइन नंबर-1938 जारी किया।
स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टियां रद्द
ओडिशा सरकार ने चक्रवात फैनी की भयावहता को देखते हुए 15 मई तक सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गईं। जो लोग छुट्टी पर हैं उन्हें आज शाम तक अपने-अपने हेड ऑफिस में रिपोर्ट करने को कहा गया। वहीं, रायगढ़ के चीफ मेडिकल आफिसर को सस्पेंड कर दिया।
हटाई चुनाव आचार संहिता
ओडिशा में तूफान फैनी के मद्देनजर चुनाव आयोग ने 11 जिलों में चुनावी आचार संहिता को हटाने की मंजूरी दे दी, जिससे राहत और बचाव कार्य तेजी से किया जा सके। चुनाव आयोग की ओर से जारी आदेश में राकेश कुमार ने कहा कि इससे पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, गजपति, गंजम, खोरधा, कटक और जाजपुर में ऐहतियाती कदम उठाने में तेजी आएगी। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के आग्रह पर चुनाव आयोग ने इस पर फैसला लिया था।