पिता-पुत्र के बाद अब ताहिर हुसैन का भाई हिरासत में, दिल्ली हिंसा में अंकित शर्मा की हत्या का आरोप
दिल्ली पुलिस ने आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के भाई शाह आलम को सोमवार को हिरासत में ले लिया है। ताहिर हुसैन पर आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा को पिछले दिनों हुए दिल्ली हिंसा के दौरान हत्या करने का आरोप है। इससे पहले रविवार को ताहिर हुसैन की सहायता करने के आरोप में उनके पिता रियासत अली और पुत्र लियाकत को भी गिरफ्तार कर कड़कड़डूमा कोर्ट में पेश किया गया था।
पीएफआई का एक्टिविस्ट गिरफ्तार
वहीं, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के एक्टिविस्ट दानिश को गिरफ्तार किया है। दानिश पर आरोप है कि वह सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट (सीएए) को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान भीड़ को उकसाने के लिए फेक प्रोपेगेंडा फैलाने का काम कर रहा था।
7 दिनों की पुलिस रिमांड
इससे पहले 6 मार्च को ताहिर हुसैन को दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट में पेश किया गया था। जिसके बाद कोर्ट ने हुसैन को 7 दिनों की पुलिस रिमांड में भेज दिया था। दिल्ली पुलिस ने ताहिर हुसैन को उस वक्त गिरफ्तार किया जब वो खुद को सरेंडर करने के लिए कोर्ट गए थे।
पिता का आरोप
अंकित के पिता रविंदर कुमार के मुताबिक अंकित पर उस वक्त हमला किया गया जब वह अपनी ड्यूटी से लौट रहा था। अंकित के पिता के अनुसार, "अंकित उस स्थल (चांद बाग) में गया जहां पथराव हो रहा था। ताहिर की इमारत से लगभग 15-20 लोग आए थे और इमारत के भीतर 5-6 लोगों को घसीटते हुए ले गए। उन्होंने अन्य लोगों पर भी गोलीबारी की, जिन्होंने ईमारत के अंदर ले गए लोगों को बचाने की कोशिश की।" अंकित के पिता का कहना है, "ताहिर एक राष्ट्र-विरोधी व्यक्ति है। लोग उसके घर की छत से पथराव कर रहे थे। अंकित पर चाकू से हमला किया गया। गौरतलब है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी सैकड़ों बार चाकू से हमला करने की पुष्टि की गई है।
इन इलाकों में भड़की हिंसा
दरअसल, सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट (सीएए) के विरोध और समर्थक में निकले प्रदर्शन में दिल्ली के नॉर्थ-ईस्ट ईलाकों में दो समूहों के बीच हुई हिंसा में करीब 53 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 200 से अधिक लोग घायल है। पिछले महीने 25 फरवरी को हुए दंगे में उन्मादी भीड़ ने घरों, दुकानों, वाहनों, पेट्रोल पंप को आग के हवाले कर दिया। इस हिंसा ने मुख्य रूप से दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, यमुना विहार, भजनपुरा, चांद बाग और शिव विहार को अपने चपेट में ले लिया।