प्रदर्शनकारी किसानों का ऐलान- आज सद्भावना दिवस मनाएंगे, करेंगे भूख हड़ताल, बीजेपी पर लगाया ये आरोप
केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने 30 जनवरी को सद्भावना दिवस मनाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक हम भूख हड़ताल रखेंगे।
किसान नेता अमरजीत सिंह राडा ने कहा कि हमने 30 जनवरी को सद्भावना दिवस मनाने का फैसला किया है। हमारे नेता सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक उपवास करेंगे। सिंघु बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किसान नेताओं ने केंद्र सरकार और सत्तारूढ़ बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी और आरएसएस इस मोर्चे को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। किसान नेता दर्शनपाल सिंह ने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि इंटरनेट बहाल किया जाए। हमारी बातें लोगों तक नहीं पहुंच सके, इसके लिए इंटरनेट बंद किया गया है।
किसानों ने आरोप लगाया कि यहां आज पुलिस ने हिंसा के लिए बीजेपी और आरएसएस के लोग भेजे हैं। लोग यहां बढ़ रहे हैं। गाजीपुर के बाद सिंघु, टिकरी, शाहजहांपुर हर जगह लोग आ रहे हैं। सरकार इसे हिंदू और सिख का मसला बनाना चाहती है। बीजेपी के लोग यहां प्रदर्शन करने भेजे, हम शांतिपूर्ण रहेंगे। किसान नेताओं ने सभी किसानों से अपील भी की है कि वे 30 जनवरी को होने वाली भूख हड़ताल में शामिल हों। संयुक्त किसान मोर्चा की ने कहा कि इस आंदोलन को तोड़ने और खदेड़ने की साजिश नाकाम हो चुकी है, पूरे देश का किसान इस बात को समझ चुका है।
स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव ने कहा कि मोदी जी और योगी जी और अन्य सभी ध्यान से सुन लें, किसान इस आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे, चाहे जितना अपमानित और बदनाम कर लें। उन्होंने कहा कि पिछले 72 घंटों में जो षड्यंत्र हुआ है उसको तोड़ने के लिए अगले 72 घंटों में अब हमें सब कुछ ठीक करना है। देश के हर किसान के घर से 1-1 साथी मोर्चे पर पहुचेंगे और मोर्चे को मजबूत करेंगे।
मुजफ्फरनगर की महापंचायत में चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि चौधरी अजीत सिंह को हराकर बड़ी गलती हुई है, आगे से ऐसी गलती नहीं करेंगे। सभी राजनीतिक दलों ने दिल्ली जाने का आग्रह किया लेकिन भाकियू सुप्रीमो चौधरी नरेश टिकैत ने सूझबूझ से सभी को धन्यवाद कर अपना निर्णय सुनाया। चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन अनुशासन के लिए जाना जाता है हम इसी में रहकर काम करेंगे बस बीजेपी वालों से संभल कर रहे।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने कहा कि सरकार को किसानों के साथ बैठक जारी रखनी चाहिए। किसानों को सरकार के साथ बात करने जाना चाहिए। इस समस्या का कोई समाधान निकालना चाहिए। मेरी सहानुभूति पूरी तरह किसानों के साथ है।
भारतीय किसान यूनियन ने कल शाम गाजीपुर बॉर्डर के धरनास्थल पर प्रदर्शन, मारपीट और तोड़फोड़ करने के आरोप में बीजेपी के दो विधायकों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग करते हुए लोकल पुलिस थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई।
चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि चौधरी अजीत सिंह को हराकर बड़ी गलती हुई है, आगे से ऐसी गलती नहीं करेंगे। सभी राजनीतिक दलों ने दिल्ली जाने का आग्रह किया लेकिन भाकियू सुप्रीमो चौधरी नरेश टिकैत ने सूझबूझ से सभी को धन्यवाद कर अपना निर्णय सुनाया। चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन अनुशासन के लिए जाना जाता है हम इसी में रहकर काम करेंगे बस बीजेपी वालों से संभल कर रहे।
वंहीं, दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को किसान प्रदर्शनकारियों और अन्य प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर बवाल हुआ हुआ। दोनों गुटों के बीच पत्थरबाजी हुई और एक दूसरे पर हमला किया गया। स्थानीय प्रदर्शनकारी शुक्रवार सुबह से ही किसान आंदोलनकारियों के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे थे और हाईवे खाली करने की मांग की गई। इस दौरान किसानों के टैंट भी उखाड़े गए। हंगामा बढ़ने के बाद स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे।इस दौरान अलीपुर थाने के एसएचओ प्रदीप पालीवाल घायल हो गए। इस झड़प में कुछ किसान भी घायल हुए हैं।