जावेद अख्तर के बेबाक बोल, रमजान और चुनावों को जोड़ना बेतुका
आगामी आम चुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है। इस बार चुनाव 7 चरणों में 11 अप्रैल से 19 मई के बीच होंगे। इस बीच मुस्लिम समुदाय का पवित्र माह रमजान भी आएगा। चुनाव और रमजान को लेकर चल रही खबरों पर मशहूर गीतकार-पटकथा लेखक जावेद अख्तर ने कड़ी नाराजगी जताई है।
जावेद अख्तर ने कहा है कि लोकसभा चुनाव और रमजान को जोड़ कर बात करना, बिलकुल बेतुकी बात है। उन्होंने चुनाव आयोग से इस विषय पर किसी भी तरह से पुनर्विचार न करने का भी अनुरोध किया।
अपने ट्विटर अकाउंट पर उन्होंने लिखा, "मैं चुनाव और रमजान को लेकर इस पूरी बहस को बिल्कुल बेतुका मानता हूं. यह धर्मनिरपेक्षता का विकृत और पेचीदा रूप है जो मेरे लिए बेतुका, वीभत्स और असहनीय है. चुनाव आयोग को इस पर बिल्कुल विचार नहीं करना चाहिए।"
I find this whole discussion about Ramzan and elections totally disgusting . This is the kind of distorted and convoluted version of secularism that to me is repulsive , revolting and intolerable . EC shouldn’t consider it for a second .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) March 11, 2019
जावेद अख्तर ने यह प्रतिक्रिया समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान और तृणमूल कांग्रेस के नेता और कोलकाता के महापौर फिरहाद हकीम के बयानों के बाद दी है। दोनों ने ही सात चरणों के लोकसभा चुनाव की तारीखों पर सवाल उठाए थे। यह पहला मौका नहीं है जब जावेद अख्तर किसी मुद्दे पर मुखर हुए हों। वे अपनी राय बेबाकी से रखने के लिए जाने जाते हैं। दोनों नेताओं के अलावा कुछ आम लोगों ने भी सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी थी कि रमजान होने से मुस्लिम समुदाय के लोगों को परेशानी होगी।
चुनाव आयोग ने बीते रविवार 10 मई को लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की थी। सात चरणों में होने वाले इस चुनाव का परिणाम 23 मई को घोषित होगा। मतदान का पहला चरण 11 अप्रैल, फिर क्रमश: 18 अप्रैल, 23 अप्रैल, 29 अप्रैल, 6 मई, 12 मई और 19 मई को होगा। जबकि चांद दिखने पर अंदाजन रमजान 5 मई को शुरू होगा।