लॉकडाउन के बीच आए पीएम संदेश के बाद ट्विटर पर ट्रेंड हुआ दिवाली और मोमबत्ती, 'जलाने से भागेगा कोरोना'
वैसे तो हम सभी दिवाली साल के अक्टूबर-नवंबर महीने में मनाते हैं, और मोमबत्ती-दीया का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के बढ़ रहे आंकड़े और लॉकडाउन के बीच सोशल मीडिया पर अचानक 3 अप्रैल को दिवाली और मोमबत्ती ट्रेंड करने लगा। कुछ लोग #Diwali के साथ ट्विटर पर ट्वीट करना शुरू किर दिए तो कुछ ने #मोमबत्ती। कुछ यूजरों ने लिखा, "दीया और मोमबत्ती जलाने से कोरोना भाग जाएगा।" दरअसल, हुआ यूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह 9 बजे वीडियो मैसेज के माध्यम से देशवासियों को एक संदेश दिया। संदेश में पीएम ने कहा, “5 अप्रैल को हम सबको मिलकर कोरोना के संकट के अंधकार को चुनौती देनी है। उसे प्रकाश की ताकत का परिचय कराना है ।” आगे उन्होंने कहा, “रविवार रात 9 बजे 130 करोड़ देशवासियों का 9 मिनट चाहता हूं। घर की सभी लाइटें बंद करके, घर के दरवाजे या बालकनी में खड़े होकर 9 मिनट के लिए मोमबत्ती, दीया-टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाएं। इस प्रकाश की महाशक्ति का एहसास होगा कि हम सब एक ही मकसद से लड़ रहे हैं।”
इसके बाद सोशल मीडिया यूजर्स मजाकिया लहजे में कई सारे मिम्स और हैजटैग के साथ ट्वीट करना शुरू कर दिए। जिसके बाद ट्विटर पर दिवाली और मोमबत्ती ट्रेंड करने लगा।
सइद रिजवी नाम के एक ट्विटर यूजर #Diwali और #ModiVideoMessage के साथ लिखते हैं, “मोदी ने दीया जलाने का अनुरोध किया, रात 9 बजे भक्तों के लिए 5 अप्रैल को।”
एक अन्य नुपुर सिंह नाम की यूजर एक्टर अरशद वारसी के मिम के साथ ट्वीट करती हैं, "5 अप्रैल को दूसरे दिवाली के लिए तैयार हो जाओ।"
इसी तरह के एक अन्य यूजर मो. फरहान खान एक मिम, जिसपर किसी धार्मिक धारावाहिक दृश्य के उपर लिखा है, “लगता है किसी ने महाराज की बुद्धी हर ली है” के साथ ट्वीट करते हैं, “प्लीज टेक केयर ऑफ साहब।”
इससे पहले भी पीएम मोदी ने 24 मार्च की आधी रात से अगले 21 दिनों तक देशव्यापी लॉकडाउन लागू करने से पहले एक दिन के ‘जनता कर्फ्यू ‘का आवाहन किया था। साथ ही पीएम ने कहा था कि सभी लोग अपने बालकनी या दरवाजे पर खड़े होकर शाम 5 बजे 5 मिनट के लिए थाली, ताली और घंटी बजाकर, इस महामारी में देश की स्वास्थ्य सुरक्षा में लगे कर्मचारी, नर्स और डॉक्टरों सहित अन्य को नमन करेंगे। जिसके बाद शाम 5 बजे देश के कई जगहों से ऐसी ऐसी तस्वीरें आई जिसमें लोग समूहाें में थाली और अन्य तरह के जोर से आवाज करने वाले सामानाें पर डंडे से पीटते नजर आए।
इसी बात को जोड़ते हुए एक यूजर अभी लिखते हैं, "अभी इसका मतलब ये नहीं कि हम लोग संडे को नौ बजे बालकनी पे जाके लाइट जलाने के बदले पटाखें फोड़ो।"
देश में श्रमिकों की खस्ता हालत को लेकर एक अन्य ट्विटर यूजर लिखते हैं, “कभी थाली और ताली बजवाओगे। कभी मोमबत्ती जलवाकर ध्यान भंग करोगे। पर इस महामारी और उसके चलते पनपी भुखमरी का जवाब कौन देगा। कोई तैयारी नहीं है इससे लड़ने की और...मीडिया साहब के तलवे चाटने में लगी है ।”
वहीं, पिछले दिनों भाजपा सांसद रामदास अठावले का ‘गो कोरोना गो’ वीडियो काफी वायरल हुआ था। एक यूजर आयुष शर्मा रामदास अठावले और अन्य के हाथ में मोमबत्ती लिए हुए ट्वीट करते हैं, “श्री रामदास अठावले जी, इसके ठंडे होने से पहले यह कर डालें।"