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18 September 2018

डूसू अध्यक्ष की डिग्री पर एनएसयूआई ने उठाए सवाल, कहा-फर्जी दस्तावेजों पर लिया दाखिला

File Photo

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) को लेकर सियासत जारी है। अब एनएसयूआई ने डूसू के नव निर्वाचित अध्यक्ष और एबीवीपी के नेता अंकिव बैसोया की डिग्री पर सवाल उठाए हैं। आरोप है कि अंकिव बैसोया की मार्कशीट फर्जी है जिसके आधार पर बैसोया ने दाखिला लिया।

नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इं‌डिया (एनएसयूआई) का दावा है कि अंकिव बैसोया की थ‌िरुवल्लुवर यूनिवर्सिटी की मार्कशीट और प्रमाण पत्र फर्जी है। दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनावों के दौरान ही एनएसयूआई के तमिलनाडु की शाखा ने थ‌िरुवल्लुवर यूनिवर्सिटी में जाकर अंकिव बैसोया की मार्कशीट और डिग्री के बारे में जानकारी मांगी। इस पर विवि ने जवाब दिया कि यह मार्कशीट और प्रमाण पत्र फर्जी है। अंकिव ने गलत मार्कशीट देकर डीयू में दाखिला लिया था।

डीयू से मांगा स्पष्टीकरण

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एनएसयूआई के प्रवक्ता साइमन फारुकी का कहना है कि अंकिव की स्नातक की डिग्री के बारे में डीयू से भी स्पष्टीकरण चाहते हैं। सोशल मीडिया पर अंकिव बैसोया का स्नातक का अंकपत्र और थ‌िरुवल्लुवर यूनिवर्सिटी के अधिकारी का वह पत्र भी साझा किया गया है  जिसमें उसने यह माना है कि अंकिव का स्नातक का अंकपत्र वैध नहीं है।

एबीवीपी की सफाई

वहीं,एबीवीपी की राष्ट्रीय मीडिया संयोजक मोनिका चौधरी ने इस पर सफाई देते हुए कहा है कि दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने अंकिव के दाखिले के लिए जरूरी दस्तावेजों का सत्यापन करने के बाद ही उन्हें दाखिला दिया है। यह डीयू में दाखिले के लिए प्रक्रिया है। डीयू प्रशासन को विश्वविद्यालय में नामांकित किसी भी छात्र के दस्तावेजों को सत्यापित करने का अधिकार है। एनएसयूआई का यह काम नहीं है कि वह किसी भी व्यक्ति को प्रमाण पत्र प्रदान करे या सत्यापित करे।

तीन पर एबीवीपी जीती

13 सितंबर को आए डूसू चुनाव नतीजों में चार प्रमुख पदों पर एबीवीपी ने अध्यक्ष पद पर अंकिव बैसोया, उपाध्यक्ष पद पर शक्ति सिंह और संयुक्त सचिव के पद पर ज्योति चौधरी ने जीत दर्ज की थी। जबकि एनएसयूआई को सचिव पद आकाश चौधरी से संतोष करना पड़ा था। मतगणना के दौरान ईवीएम में खराबी आने से मतगणना केंद्र में जमकर तोड़फोड़ भी हुई ‌थी और काउंटिंग टाल दी गई थी। लेकिन बाद में फिर से काउंटिंग शुरू हुई और रात में नतीजे जारी किए गए थे। एनएसयूआई ने इस दौरान ईवीएम में छेड़छाड़ और आरएसएस व भाजपा की शह पर एबीवीपी को जिताने के आरोप भी लगाए। बाद में चुनाव आयोग ने मामले पर सफाई देते हुए कहा कि डूसू में इस्तेमाल की गई ईवीएम चुनाव आयोग की नहीं थी।

 

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OUTLOOK 18 September, 2018
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