रॉबर्ट वाड्रा केस में ईडी ने बदला जांच अधिकारी, राजीव शर्मा की जगह महेश गुप्ता को दी गई जिम्मेदारी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रॉबर्ट वाड्रा के केस में जांच अफसर को बदल दिया है। अब वाड्रा केस की जांच आयकर विभाग से आए अफसर को दी गई है। राजीव शर्मा की जगह अब महेश गुप्ता को जांच अफसर बनाया गया है। दरअसल, रॉबर्ट वाड्रा की बेनामी संपत्तियों को लेकर जांच की जा रही है। जिसमें दुबई के जुमेराह में 14 करोड़ का विला और लंदन के ब्रायनस्टन स्कवायर में एक फ्लैट शामिल है जिसकी कीमत 26 करोड़ रुपये है। पहले भी इन संपत्तियों को लेकर उनसे पूछताछ की जा चुकी है।
मंगलवार को रॉबर्ट हुए पेश
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा विदेश में कथित अवैध संपत्तियां खरीदने से जुड़े एक धनशोधन मामले में मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश हुए। वाड्रा सुबह करीब 11.45 बजे इंडिया गेट के पास एजेंसी के कार्यालय पहुंचे। खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए वाड्रा ईडी के सामने 31 मई को पेश नहीं हुए थे। इससे पहले गुरुवार को वाड्रा से पांच घंटे पूछताछ की गई थी और जांच अधिकारी ने मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत मामले में उनका बयान दर्ज किया था।
ईडी के सामने पेश होने से पहले क्या बोले वाड्रा
वाड्रा ने मंगलवार को एजेंसी के समक्ष पेश होने से पहले सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में कहा कि वह ‘आसपास अनावश्यक नाटक और सनसनी के बीच मैं खुद को शांत रखता हूं और अपना ध्यान नहीं भटकाता’। उन्होंने कहा, ‘मेरा जीवन अनूठा है और मैंने निराधार आरोपों के खिलाफ करीब एक दशक तक लड़ाई लड़ी। शारीरिक हालात बदल सकते हैं, लेकिन ईमानदार दिमाग नहीं बदल सकता। मैं सच पर अडिग हूं। एक किताब पर काम चल रहा है जिसमें दुनिया मेरा पक्ष पढ़ सकेगी और स्पष्ट तरीके से जान सकेगी’।
वाड्रा का उनके स्वास्थ्य पर बयान ऐसे समय में आया है जब दिल्ली की एक अदालत ने वाड्रा को स्वास्थ्य संबंधी कारणों के चलते छह सप्ताह के लिए विदेश जाने की सोमवार को अनुमति दे दी। वाड्रा लंदन के 12 ब्रायंस्टन स्क्वायर क्षेत्र में 19 लाख पाउंड मूल्य की संपत्ति खरीदने को लेकर धनशोधन के आरोपों का सामना कर रहे हैं।
यह है मामला
वाड्रा लंदन के 12 ब्रायंस्टन स्क्वायर क्षेत्र में 19 लाख पाउंड मूल्य की संपत्ति खरीदने को लेकर धनशोधन के आरोपों का सामना कर रहे हैं। इस मामले के अलावा वाड्रा राजस्थान के बीकानेर में जमीन आवंटन में हुई कथित अनियमितता से जुड़े धनशोधन के एक अन्य मामले में भी कई बार पूछताछ का सामना कर चुके हैं।
जब तीन दिनों तक ईडी ने वाड्रा से की थी पूछताछ
जुमेराह विला और लंदन के फ्लैट को खरीदने के लिए हुई कथित बेनामी लेन-देन के विवरण वाड्रा से फरवरी में साझा किए गए थे। तब ईडी ने लगातार तीन दिनों तक उनसे पूछताछ की थी। जब उनसे पूछा गया था कि वह स्काईलाइट इनवेस्टमेंट एफजेडई कंपनी में जमा इतनी बड़ी रकम के स्रोत के बारे में बताए तो उन्होंने इसका जवाब देने से मना कर दिया था। यह कंपनी वाड्रा की स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड जैसी है जो भारत से संचालित होती है।
वाड्रा ने किया सभी आरोपों से इनकार
वाड्रा ने मनी लांड्रिंग के सभी आरोपों से इनकार किया है जबकि एजेंसी ने उससे पैसों के लेन-देन और दुबई में जमा नकदी को लेकर सवाल पूछे हैं। ईडी ने इन लेन-देन को वाड्रा के करीबियों से जोड़ा है जो कथित तौर पर वाड्रा के लिए फर्जी कंपनियों का संचालन करते हैं। उन्हीं के जरिए दुबई और लंदन में संपत्ति खरीदी गई है। वाड्रा से फरार रक्षा दलाल संजय भंडारी के साथ उनके कथित संपर्कों को लेकर भी पूछताछ की गई है। भंडारी ने वाड्रा की एक फर्जी कंपनी को लंदन की संपत्ति (फ्लैट) हस्तांतरित किया था।
इस मामले में भी पूछताछ का सामना कर चुके हैं वाड्रा
इस मामले के अलावा वाड्रा राजस्थान के बीकानेर में जमीन आवंटन में हुई कथित अनियमितता से जुड़े धनशोधन के एक अन्य मामले में भी कई बार पूछताछ का सामना कर चुके हैं।