मीसा भारती पर कसा ईडी का शिकंजा, उनसे जुड़े 35 लोगों के खिलाफ ईडी की नई चार्ज शीट
एक विशेष अदालत ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दायर एक पूरक आरोप पत्र पर संज्ञान लिया है। इस आरोप पत्र में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती का नाम भी शामिल है। मीसा भारती से जुड़ी फर्म और कई शैल फर्म से जुड़े 35 नए लोगों पर ईडी ने चार्जशीट दायर की है।
जमानत पर हैं मीसा भारती
यह तीसरी पूरक चार्जशीट है जिसमें 20 फर्मों सहित 35 नए नाम हैं। चार्जशीट पर संज्ञान लेने के बाद, विशेष न्यायाधीश अजय कुमार कुहर ने नए आरोपियों को नोटिस जारी कर सुनवाई की अगली तारीख 23 नवंबर पर उनके सामने पेश होने के निर्देश दिए हैं। मीसा भारती और उनके पति सहित अन्य सभी आरोपी जमानत पर हैं।
शैल कंपनियों की भूमिका
यह मामला दो भाइयों सुरेंद्र कुमार जैन, वीरेंद्र कुमार जैन के खिलाफ दर्ज है। ईडी ने दोनों भाइयों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है। आरोप है कि जैन भाइयों ने पर मीसा और उनके पति द्वारा निर्देशित एक फर्म में 90 लाख रुपये का निवेश किया था।
जैन भाइयों के खिलाफ अपनी जांच के तहत ईडी ने एक फार्महाउस और कुछ अन्य संपत्तियों पर छापा मारा था, जिन्होंने शेल कंपनियों का उपयोग करके कथित रूप से कई करोड़ रुपये लूटे।
फर्म के निदेशक हैं मीसा और उनके पति
एजेंसी ने एक चार्टर्ड अकाउंटेंट राजेश अग्रवाल को भी गिरफ्तार किया था। आरोप है कि अग्रवाल ने इस मसले में मध्यस्थता की थी। उसने ही जैन भाइयों को 90 लाख रुपये का अग्रिम भुगतान किया ताकि वे शेयर प्रीमियम के रूप में मैसर्स मिशिल पैकर्स एंड प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड में निवेश करें। भारती और उनके पति पर आरोप है कि पूर्व में इस फर्म में निदेशक थे। एजेंसी ने आरोप लगाया था कि जैन बंधु, अग्रवाल, मीसा और उनके पति मनी लॉन्ड्रिंग के पीछे प्रमुख व्यक्ति थे।