पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी के खिलाफ नई चार्जशीट दायर
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी और कुछ अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुंबई की एक अदालत में नई चार्जशीट दायर की है। यह चार्जशीट मामले में नए सबूत सामने आने के बाद दायर की गई है।
इससे पहले ईडी ने पिछले साल मई में मुंबई की विशेष अदालत में प्रिवेंशन मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की धाराओं के तहत 12 हजार पन्नों की चार्जशीट फाइल की थी। इस चार्जशीट में नीरव मोदी और उसकी कंपनियों के साथ ही और फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग जारी करने वाले लोगों के नाम शामिल थे।
लंदन में है हीरा कारोबारी
13 हजार करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले का आरोपी नीरव मोदी फिलहाल लंदन में है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मोदी लंदन के पॉश इलाके के एक आलीशान अपार्टमेंट में रह रहा है। उसने वहां हीरे का कारोबार भी शुरू कर दिया है।
भारतीय एजेंसियों ने नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए पिछले साल से ही लंदन की सरकार के पास अर्जी दे रखी है। प्रत्यर्पण की अर्जी मिलने की पुष्टि यूके की सरकार ने भी की। वहां की सरकार ने शनिवार को यह भी बताया था कि भारतीय एजेंसियों की मांग को कोर्ट को रेफर कर दिया गया है।
अखबार ने जारी किया वीडियो
शनिवार को ब्रिटिश अखबार ने नीरव मोदी के लंदन में होने का वीडियो जारी किया था। इसमें नीरव मोदी बेफिक्र लंदन की सड़कों पर घूमता दिखा था, हालांकि नीरव मोदी ने अखबार के रिपोर्टर के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया। मोदी का लंदन का यह विडियो सामने आने के बाद सीबीआई इंटरपोल और यूके अथॉरिटीज से सम्पर्क साधकर हीरा कारोबारी नीरव मोदी के खिलाफ जारी रेड कॉर्नर नोटिस पर कार्रवाई कर तुरंत गिरफ्तारी की मांग कर चुकी है।
अखबार ने दावा किया कि 48 वर्षीय नीरव मोदी लैंडमार्क सेंटर प्वाइंट टॉवर ब्लाक के एक मंजिल के आधे हिस्से में एक तीन बेडरूम फ्लैट में रहता है जिसका प्रतिमाह किराया करीब 17 हजार पाउंड है। इससे पहले महाराष्ट्र के अलीबाग में नीरव मोदी के बंगले को डॉयनामाइट से ध्वस्त कर दिया गया था।
प्रत्यर्पण की कई बार हो चुकी है कोशिश
नीरव मोदी करीब 13,700 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले का मुख्य आरोपी है। घोटाला उजागर होने के बाद नीरव मोदी के कई ठिकानों पर छापे पड़े और उसकी संपत्ति सीज की गई थी। फिलहाल वह लंदन में है। भारत की ओर से उसके प्रत्यर्पण के लिए कई बार प्रयास किए गए हैं। करीब तीन महीने पहले सरकार ने ब्रिटेन सरकार को उसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भी लिखा था, लेकिन अभी तक उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
ईडी ने दर्ज किया था मामला
ईडी ने पिछले साल 15 फरवरी को पीएमएलए के प्रावधानों के तहत नीरव मोदी और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। अभी तक नीरव मोदी की भारत और विदेशों में मौजूद संपत्तियों को जब्त किया जा चुका है। इसके अलावा नीरव मोदी समूह से संबंधित करोड़ों के सोने, हीरे, बुलियन, आभूषण और अन्य कीमती सामान भी जब्त किए गए हैं।