Advertisement
19 February 2019

इमरान खान को भारत का जवाब- बहाने बनाना छोड़ करें ठोस कार्रवाई

File Photo

भारत के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के भाषण पर प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय का कहना है कि इमरान खान ने लंबा चौड़ा भाषण दिया, लेकिन उन्होंने ना तो पुलवामा हमले की निंदा की और ना ही शोक संतप्त परिवारों के प्रति सहानुभूति जताई।

इससे पहले, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि अगर भारत जम्मू-कश्मीर में 14 फरवरी को हुए आत्मघाती हमले के मद्देनजर पाकिस्तान पर हमला करेगा तो पाकिस्तान भी जवाब देगा। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत सबूत दे तो मैं एक्शन लेने की गारंटी लेता हूं।

'मसूद अजहर पाकिस्तान में है, ये सब जानते हैं'

Advertisement

विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमें इस बात से कोई हैरानी नहीं है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने पुलवामा में हमारे सुरक्षा बलों पर हमले को आतंकवाद की कार्रवाई मानने से इनकार कर दिया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने न तो इस जघन्य कृत्य की निंदा की और न ही शोक संतप्त परिवारों के प्रति सहानुभुति जताई।

मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तानी पीएम ने जैश-ए-मोहम्मद के साथ-साथ आतंकी के दावों को भी नजरअंदाज कर दिया, जिसने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। ये बात सभी जानते हैं कि JeM और उसका नेता मसूद अजहर पाकिस्तान में है। पाकिस्तान को कार्रवाई करने के लिए ये सबूत पर्याप्त होने चाहिए।

'26/11 के सबूत भी दिए गए थे लेकिन कोई प्रगति नहीं हुई'

सरकार ने कहा कि अगर भारत सबूत देता है तो पाकिस्तान के पीएम ने इस मामले की जांच कराने की पेशकश की है। यह एक बहाना है। 26/11 को मुंबई में हुए हमले के बाद पाकिस्तान को सबूत मुहैया कराए गए थे। इसके बावजूद, मामले में 10 साल से ज्यादा समय तक कोई प्रगति नहीं हुई।

'गारंटीड एक्शन का दावा खोखला'

मंत्रालय के मुताबिक, इसी तरह पठानकोट में हुए आतंकी हमले की जांच में भी कोई प्रगति नहीं हुई है। पाक के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए "गारंटीड एक्शन" पूरी तरह खोखला वादा है। इस "नये पाकिस्तान" में, मंत्री हाफिज सईद जैसे आतंकवादियों के साथ सार्वजनिक रूप से मंच साझा करते हैं, जिस पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा मुकदमा चलाया गया है।

'भारत आतंक मुक्त माहौल में वार्ता के लिए तैयार'

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने बातचीत के लिए बुलाया और आतंकवाद के बारे में बात करने के लिए अपनी तत्परता जताई। भारत ने बार-बार कहा है कि वह आतंक और हिंसा से मुक्त माहौल में व्यापक द्विपक्षीय वार्ता में शामिल होने के लिए तैयार है। पाकिस्तान का दावा है कि वह आतंकवाद से बुरी तरह पीड़ित है। ये असल में सच से कोसों दूर है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस बात से भली भांति परिचित है कि पाकिस्तान आतंकवाद का गढ़ है।

इमरान खान ने क्या कहा

पुलवामा हमले के बाद कई दिनों की चुप्पी के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि इस हमले में पाकिस्तान का हाथ नहीं है। इमरान ने कहा कि भारत ने बिना किसी सबूत के इस्लामाबाद पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अगर हम पर हमला हुआ तो पाकिस्तान भी जवाब देगा। अपने कुछ देर के संबोधन में इमरान ने एक बार फिर कश्मीर पर बात रखी।

'हमें इससे क्या फायदा होगा?'

उन्होंने कहा, 'मेरा बयान भारत सरकार के लिए है। आपने पाकिस्तान सरकार पर बगैर किसी सबूत के इल्जाम लगाया। हम आतंक पर बात करने के लिए तैयार हैं। पाकिस्तान को इससे क्या फायदा है? पाकिस्तान क्यों करेगा ऐसा जब पाकिस्तान स्थिरता की तरफ जा रहा है? हमारे यहां दहशतगर्दी नीचे जा रही है। यह नया पाकिस्तान है।'

'आप सबूत दें, हम कार्रवाई करेंगे'

इमरान खान ने कहा, 'आपको अतीत में ही फंसे रहना है और कश्मीर के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहरा दें। कश्मीर पर हम बातचीत के लिए तैयार हैं। हम जांच के लिए तैयार हैं। मैं भारत सरकार को बताना चाहता हूं कि अगर पाकिस्तान में किसी के खिलाफ सबूत मिलता है तो हम उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। मैं आपको गारंटी देता हूं। अगर कोई पाकिस्तान की जमीन का गलत इस्तेमाल कर रहा है तो ये हमारे हितों के खिलाफ है।'

'पाकिस्तान को दहशतगर्दी से सबसे ज्यादा नुकसान'

उन्होंने कहा, 'जब भी हम भारत से बातचीत की बात करते हैं, भारत कहता है पहले दहशतगर्दी पर बात हो। पाकिस्तान को सबसे ज्यादा दहशतगर्दी से नुकसान हुआ है। 70 हजार पाकिस्तान इसकी वजह से मारे गए हैं। हमारा 100 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ है। भारत में इस पर बात हो कि आखिर क्या वजह है कि कश्मीर के जवान इस मुकाम पर पहुंच गए हैं, कि उनके अंदर से मौत का खौफ उतर गया है। बातचीत से मसला हल होगा। आर्मी के जरिए कश्मीर समस्या का समाधान करने से आज तक अगर इसका समाधान नहीं हुआ तो क्या आगे हो जाएगा? क्या इस पर बात नहीं होनी चाहिए?'

'पाकिस्तान पर हमला हुआ तो हम जवाब देंगे'

इमरान ने आखिर में कहा, 'हम सुन रहे हैं कि बहुत से मीडिया वाले, नेता कह रहे हैं कि पाकिस्तान को सबक सीखाना चाहिए। आपका चुनावी साल है, इससे आपको फायदा मिलेगा अगर पाकिस्तान को सबक सिखाया जाए। अगर पाकिस्तान पर हमला हुआ तो पाकिस्तान जवाब देने की सोचेगा नहीं बल्कि जवाब देगा। जंग शुरू करना तो इंसान के हाथ में है लेकिन जंग खत्म करना इंसान के हाथ में नहीं है।'

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: External Affairs ministry, pakistan pm, imran khan, guaranteed action
OUTLOOK 19 February, 2019
Advertisement