"दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति की संभावना नहीं", समीक्षा बैठक के बाद बोले सीएम केजरीवाल
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को भारी वर्षा से हुए जलभराव और यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के विषय में अधिकारियों संग बैठक करने के बाद कहा कि यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर से दिल्ली में बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। बता दें कि दिल्ली और दिल्ली से सटे क्षेत्रों में पिछले दो दिनों से भारी बारिश है, जिसकी वजह से आम जनजीवन पर भी प्रभाव पड़ा है।
इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी राजनीतिक दलों से "एक दूसरे पर उंगली उठाने के खेल" को बंद करने का आग्रह किया और कहा कि एक दूसरे पर उंगली उठाने के लिए यह समय सही नहीं है। दिल्ली की ताजा स्थिति की समीक्षा करने के बाद आयोजित प्रेस वार्ता में केजरीवाल ने कहा, "दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति नहीं बनेगी। सरकार किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।"
केजरीवाल ने कहा, "यह एक दूसरे पर उंगली उठाने और किसी पर निशाना साधने का वक्त नहीं है।" उन्होंने कहा कि जैसे ही नदी 206 मीटर का निशान पार करेगी, यमुना के आसपास के निचले इलाकों से लोगों को निकालना शुरू हो जाएगा। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए केजरीवाल ने कहा, "दिल्ली में यमुना नदी 203.58 मीटर पर बह रही है। कल सुबह इसके 205.5 मीटर तक पहुंचने की उम्मीद है।"
साथ ही, मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक, यमुना में जल स्तर बहुत अधिक बढ़ने की उम्मीद नहीं है। बाढ़ जैसी स्थिति की संभावना नहीं है। यदि यमुना 206 मीटर के निशान को पार कर जाती है, तो हम नदी के किनारे निकासी शुरू कर देंगे।'' केजरीवाल ने यह भी कहा कि दिल्ली की सड़कों पर गड्ढों को भरा जाएगा, ताकि सड़क हादसे ना हो। उन्होंने बताया कि नई दिल्ली नगर निगम को निवासियों को होने वाली जलभराव की समस्या का समाधान करने के लिए कहा गया है।
आगे उन्होंने कहा कि सड़क धंसने की घटनाओं की जांच होगी। उन्होंने कहा कि मूसलाधार बारिश से प्रभावित उत्तर भारत के राज्यों की सरकारें प्रभावित लोगों तक पहुंच रही हैं। आप के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा, "सभी राजनीतिक दलों को लोगों को राहत पहुंचाने के लिए एक साथ काम करना होगा। पिछले कुछ दिनों में उत्तरी भारत में अभूतपूर्व बारिश हुई है।"
उन्होंने कहा कि दिल्ली में 1982 के बाद जुलाई में सबसे ज्यादा बारिश हुई। केजरीवाल ने कहा, "ऐसी खबरें हैं कि आसपास के अन्य इलाकों में भी लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में हम सभी को आगे आना होगा और एक-दूसरे की मदद करनी होगी।" उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने शहर में भारी बारिश के कहर के बाद अपने अधिकारियों को लोगों तक पहुंचने का निर्देश दिया है।
समीक्षा बैठक से पहले आज दिल्ली की लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री आतिशी ने यमुना नदी के जलस्तर का निरीक्षण किया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में रविवार सुबह 8:30 बजे समाप्त हुए 24 घंटों में 153 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में सबसे अधिक है।
आईएमडी के मुताबिक, उत्तर पश्चिम भारत के कई हिस्सों में रविवार को भारी बारिश हुई और दिल्ली में 41 साल का रिकॉर्ड टूट गया। गौरतलब है कि पिछले दो दिनों में राष्ट्रीय राजधानी में कई आवासीय कॉलोनियों में मकान गिरने, पेड़ों के उखड़ने और जलभराव की खबरें आईं। एनडीएमसी के अधिकार क्षेत्र के तहत राजनयिक परिक्षेत्रों जैसे कि चाणक्यपुरी, काका नगर, भारती नगर और अन्य प्रमुख सड़कों और कॉलोनियों में भी जलभराव की समस्या देखी गई।