नागपुर में RSS मुख्यालय जाएंगे प्रणब मुखर्जी, संघ विचारक ने कहा- विरोधी दुश्मन नहीं
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 7 जून को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नागपुर मुख्यालय जाएंगे। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, वह संघ शिक्षा वर्ग के तृतीय वर्ष (ओटीसी) में शामिल हो रहे स्वयंसेवकों को संबोधित करेंगे।
इस पर आरएसएस विचारक राकेश सिन्हा ने कहा, पूर्व राष्ट्रपति द्वारा आरएसएस का निमंत्रण स्वीकार करने से देश में यह संदेश गया है कि विभन्न मुद्दों पर डायलॉग होना चाहिए। विरोधी दुश्मन नहीं है। यह हिंदुत्व और आरएसएस पर जो सवाल उठते हैं, उनका जवाब है।‘
Former Pres Pranab Mukherjee acceptance to attend RSS event in Nagpur sends a message to the country that on vital issues there should be dialogue&adversaries are not enemies. Questions raised on RSS-Hindutva is being answered by his acceptance of invitation: Rakesh Sinha, RSS pic.twitter.com/9PS0i2CQ7d
— ANI (@ANI) May 28, 2018
प्रचारक बनने की योग्यता के लिए होने वाले आरएसएस के संघ शिक्षा वर्ग तृतीय वर्ष के शिविर में शामिल होने के लिए मुखर्जी को आमंत्रण भेजा गया था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। इस शिविर को ऑफिसर्स ट्रेनिंग कैम्प यानी ओटीसी भी कहते हैं।
अपने पूरे राजनीतिक करियर में कांग्रेस से जुड़े रहे पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कांग्रेस की सरकारों के दौरान वित्त, रक्षा जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय संभाले हैं जबकि आरएसएस को भारतीय जनता पार्टी के मातृ संगठन के रूप में में जाना जाता है। बताया जाता है कि पिछले कुछ वर्षों में प्रणब मुखर्जी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बीच अच्छे रिश्ते बन गए हैं।
गर्मियों के दौरान आरएसएस पूरे देश में अपने स्वयंसेवकों के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित करता है। तृतीय वर्ष का अंतिम प्रशिक्षण शिविर संघ के मुख्यालय नागपुर में आयोजित किया जाता है। तृतीय वर्ष प्रशिक्षण हासिल करने के बाद ही कोई स्वयंसेवक आरएसएस का प्रचारक बनने के योग्य माना जाता है।