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25 August 2019

पंचतत्व में विलीन हुए अरुण जेटली, राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

ANI

पूर्व वित्त मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली पंचतत्व में विलीन हो गए। राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार हुआ। इस मौके पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। 24 अगस्त को दिल्ली के एम्स में 66 साल की उम्र में अरुण जेटली का निधन हो गया। सांस में तकलीफ की शिकायत के बाद जेटली को 9 अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था। उनके निधन से राजनीतिक जमान में शोक की लहर है। दिल्ली के निगमबोध घाट पर उनका पार्थिव शरीर पहुंच चुका है। इससे पहले जेटली के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए भाजपा मुख्यालय में रखा गया। कुछ देर में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

जेटली के आवास पर शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, अमित शाह, राजनाथ सिंह, निर्मला सीतारमण, लालकृष्ण आडवाणी, मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मिलिंद देवड़ा, जेपी नड्‌डा, रामविलास पासवान, चिराग पासवान, प्रकाश जावड़ेकर, अरविंद केजरीवाल, योगी आदित्यनाथ, नवीन पटनायक, ज्योतिरादित्य सिंधिया, विजेंद्र गुप्ता, शाजिया इल्मी, शाहनवाज हुसैन, मनोज तिवारी, गौतम गंभीर, एस जयशंकर, डॉ. हर्षवर्धन समेत कई नेता श्रद्धांजलि देने पहुंचे।

जेटली को याद कर भावुक हुए मोदी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश यात्रा पर हैं। मोदी ने जेटली की पत्नी और बेटे से फोन पर बात की। दोनों ने मोदी से अपना विदेश दौरा रद्द न करने की अपील की। इसके बाद मोदी बहरीन में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए अरुण जेटली को याद कर भावुक हो गए। उन्होंने कहा, “मैं एक दर्द दबा कर आपके बीच खड़ा हूं। विद्यार्थीकाल से लेकर सार्वजनिक जीवन में हम मिलकर साथ चले। हर पल एक-दूसरे के साथ जुड़े रहना, साथ मिलकर जूझते रहना। जिस दोस्त के साथ यह सब किया उसने आज देश छोड़ दिया। कल्पना नहीं कर सकता कि इतनी दूर बैठा हूं और मेरा एक दोस्त चला गया। बड़ी दुविधा का पल है। लेकिन मैं एक तरफ कर्तव्य और दूसरी तरफ दोस्ती की भावना से भरा हूं। मैं दोस्त अरुण को बहरीन की धरती से श्रद्धांजलि देता हूं। ईश्वर उनके परिवार को शक्ति दे।”

कैंसर के इलाज के लिए अमेरिका भी गए

सांस लेने में तकलीफ होने के बाद जेटली 9 अगस्त को एम्स में भर्ती हुए थे। जेटली का सॉफ्ट टिश्यू कैंसर का इलाज चल रहा था। वे इस बीमारी के इलाज के लिए 13 जनवरी को न्यूयॉर्क गए थे और फरवरी में वापस लौटे। जेटली ने अमेरिका से इलाज कराकर लौटने के बाद ट्वीट किया था- घर आकर खुश हूं। उन्होंने अप्रैल 2018 में भी दफ्तर जाना बंद कर दिया था। 14 मई 2018 को एम्स में ही उनके गुर्दे (किडनी) प्रत्यारोपण भी हुआ था, वे शुगर से भी पीड़ित थे। सितंबर 2014 में वजन बढ़ने की वजह से जेटली की बैरियाट्रिक सर्जरी भी कराई गई थी।

भाजपा की जीत के जश्न में शामिल नहीं हुए थे जेटली

जेटली को छह महीने पहले भी जांच के लिए एम्स में भर्ती किया गया था। डॉक्टरों ने उन्हें इलाज के लिए यूके और यूएस जाने की सलाह दी थी। लोकसभा चुनाव में पार्टी की जीत के बाद भाजपा कार्यालय में हुए कार्यक्रम में भी वो नजर नहीं आए थे। उन्होंने कैबिनेट की बैठक में भी हिस्सा नहीं लिया था। मई 2019 में उन्होंने मोदी से कह दिया था कि नई सरकार में वे शामिल नहीं हो पाएंगे। इसके बाद मोदी उनसे मिलने घर पहुंचे थे।

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TAGS: Arun Jaitley, cremated, Nigambodh Ghat, in afternoon
OUTLOOK 25 August, 2019
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