Advertisement
22 March 2018

भारत ने सुपरसोनिक मिसाइल 'ब्रह्मोस' का किया सफल परीक्षण

File Photo

ताकतवर सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रहमोस का आज राजस्थान के पोखरण टेस्ट रेंज में 8:42 बजे सुबह सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। भारत में निर्मित दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक मिसाइल 'ब्रह्मोस' का गुरुवार को राजस्थान के पोखरण में एक बार फिर सफल परीक्षण किया गया। यह परीक्षण राजस्‍थान के पोखरण फायरिंग रेज में हुआ और इस दौरान वहां सेना और डीआरडीओ के अधिकारीगण भी मौजूद रहे। बताया जाता है मिसाइल ने सफलतापूर्वक सही निशाने पर वार किया। भारतीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस बात की जानकारी दी गई।

क्या है इसकी खासियत

ब्रह्मोस की रफ्तार 2.8 मैक (ध्वनि की रफ्तार के बराबर) है। इस मिसाइल की रेंज 290 किलोमीटर है और ये 300 किलोग्राम भारी युद्धक सामग्री अपने साथ ले जा सकती है। हाल ही में आई खबरों के मुताबिक ब्रह्मोस जैसी क्षमता वाली मिसाइल अभी तक चीन और पाकिस्‍तान ने विकसित नहीं की है।

Advertisement

ऐसे रखा गया मिसाइल का नाम 'ब्रह्मोस'

ब्रह्मोस भारत और रूस का संयुक्त उद्यम है जिसका नाम भारत की ब्रह्मपुत्र नदी और रूस की मस्कवा को मिलाकर रखा गया है। यह रूस की पी-800 ओंकिस क्रूज मिसाइल की प्रौद्योगिकी पर आधारित है। यह मिसाइल भारत की अब तक की सबसे आधुनिक प्रक्षेपास्त्र प्रणाली है और इसने भारत को मिसाइल तकनीकी में अग्रणी देश बना दिया है। ब्रह्मोस के समुद्री तथा थल संस्करणों का पहले ही सफलतापूर्वक परीक्षण किया जा चुका है। गौरतलब है कि ब्रह्मोस का पहला सफल परीक्षण 12 जून, 2001 को किया गया था। मौजूदा समय में यह थल व नौसेना की थाती तथा भारतीय वायु सेना के लड़ाकू बेड़े की रीढ़ बन चुका है। यह मिसाइल सबसे पहले 2005 में नौसेना को मिली थी। नौसेना के सभी डेस्ट्रॉयर और फ्रीगेट युद्धपोतों में ब्रह्मोस मिसाइल लगी हुई है।

मिसाइल की क्षमता

यह मिसाइल पहाड़ों की छाया में छिपे दुश्मनों के ठिकाने को भी निशाना बना सकती है। आम मिसाइलों के विपरीत यह मिसाइल हवा को खींच कर रेमजेट तकनीकी से ऊर्जा प्राप्त करती है। इसको मार गिराना लगभग असंभव है। ब्रह्मोस ऐसी मिसाइल है जो दागे जाने के बाद रास्ता बदल सकने में भी सक्षम है। लक्ष्य तक पहुंचने के दौरान यदि टारगेट मार्ग बदल ले तो मिसाइल भी अपना रास्ता बदल लेती है। यह मिसाइल कम ऊंचाई पर उड़ान भरती है इसलिए रडार की पकड़ से बाहर है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: Supersonic Cruise Missile, BrahMos, 8:42 AM, Pokhran
OUTLOOK 22 March, 2018
Advertisement