बर्ड फ्लू - चिडि़याघर में कुछ और पेलिकन पक्षियों की मौत
चिडि़याघर (जू) में 14 से 17 अक्तूबर के बीच सारस समेत पानी के नौ पक्षियों, बतखों और पेलिकन पक्षियों की एच5 एवियन इन्फ्लुएंजा (एच5एन) के कारण मौत हो गई थी जिसके बाद कल चिडि़याघर को तीन दिन के लिए बंद कर दिया गया था। दो पक्षियों की मौत 14 अक्तूबर को, छह की 15 अक्तूबर को और पानी के एक पक्षी की मौत 17 अक्तूबर को हुई थी।
इस बीच केंद्रीय चिडि़याघर प्राधिकरण (सीजेडए) का एक दल जू के सभी पिंजरों की जांच कर रहा है। सीजेडीए दल के एक सदस्य ने बताया, सारस पक्षियों का पिंजरा पेलिकन के नजदीक है। हो सकता है कि संक्रमण वहां तक फैला हो। मुआयना करने के बाद ही कोई निश्चित जवाब दे सकेंगे।
जू के समन्वयक रियाज खान ने कहा कि परिसर को संक्रमणमुक्त करने के लिए सभी उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जू के अधिकारी इस मुद्दे पर हाल ही में बैठक लेंगे। इस साल की शुरूआत में जू में 46 हिरणों की मौत हो गई थी। यहां मौजूद इकलौते किंग कोबरा की भी हाल ही में मौत हो चुकी है।
दिल्ली जू के पूर्व अधिकारी डॉ. पनीरसेल्वम ने कहा कि जू में जन्मे पशु-पक्षिओं में बर्ड फ्लू होने की आशंका बहुत कम है। उन्होंने कहा, हो सकता है कि प्रजनन के लिए दिल्ली जू में आने वाले प्रवासी पक्षियों को यह संक्रमण रहा हो, जो यहां के पक्षियों में भी फैल गया हो।
भाषा