Advertisement
28 December 2018

'गगनयान' प्रोजेक्ट को मोदी कैबिनेट की मंजूरी, 7 दिन के लिए अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे तीन भारतीय

File Photo

मोदी कैबिनेट ने तीन सदस्यीय दल को सात दिन के लिए अंतरिक्ष में भेजने की ‘गगनयान’ परियोजना को मंजूरी दे दी है। केन्द्रीय विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यह जानकारी दी।

‘गगनयान’ परियोजना के तहत 2022 तक तीन भारतीयों को कम से कम 7 दिनों के लिए अंतरिक्ष में भेजे जाने की योजना है। इस कार्यक्रम से भारत की अंतरिक्ष क्षमता में बढ़ोतरी होगी। इस अभियान की लागत 10 हजार करोड़ रुपये संभावित है। यह भारत का पहला मानव मिशन होगा। भारत से पहले अमेरिका, रूस और चीन ऐसा कर चुके हैं।

इस परियोजना पर 10 हजार करोड़ की लागत

Advertisement

विधि एवं कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया कि राजधानी दिल्ली में कहा कि इस परियोजना पर 10 हजार करोड़ की लागत आएगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना को 2022 तक अमल में लाया जाएगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना में मदद के लिए भारत ने पहले ही रूस और फ्रांस के साथ समझौते किए हैं।

सबसे बड़े रॉकेट से होगा प्रक्षेपण

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वास्तविक मानव मिशन से पहले दो बार बिना मानव के मिशन को अंजाम दिया जाएगा, जिनमें प्रक्षेपण यान, मॉड्यूल तथा अन्य सभी उपकरणों सहित पूरी प्रक्रिया वास्तविक मिशन की तरह ही होगी। अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर जाने वाले मॉड्यूल और अन्य सभी उपकरणों को अंतरिक्ष में वांछित कक्षा तक पहुंचाने के लिए जीएसएलवी एम के-3 प्रक्षेपण यान का इस्तेमाल किया जायेगा। यह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का सबसे बड़ा रॉकेट है। इसे आंध्र प्रदेश के श्री हरिकोटा से प्रक्षेपित किया जाएगा।

15 अगस्त को पीएम मोदी ने की थी घोषणा

इस साल स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से दिए अपने भाषण में घोषणा की थी कि 2022 तक भारत से अंतरिक्षयात्री को अंतरिक्ष भेजा जाएगा। इस ऐलान के चार महीने बाद मंत्रिमंडल ने 'गगनयान' प्रोग्राम को अपनी मंजूरी दे दी है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: Gaganyaan programme, carry 3 member, crew for minimum 7 days, in space, Cabinet approves
OUTLOOK 28 December, 2018
Advertisement