गुजरात आईएमए ने टाटा संस के चेयरमैन से अहमदाबाद विमान दुर्घटना में घायल और मृत मेडिकल छात्रों की सहायता करने का अनुरोध किया
गुजरात राज्य शाखा के इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने शुक्रवार को टाटा संस के चेयरमैन को एक पत्र लिखा, जिसमें अहमदाबाद में बीजे मेडिकल कॉलेज परिसर में विमान दुर्घटना के बाद घायल और मृत मेडिकल छात्रों के लिए सहायता बढ़ाने का अनुरोध किया गया।
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को लिखे पत्र में आईएमसी ने कहा, "भारतीय चिकित्सा संघ - गुजरात राज्य शाखा की ओर से हम हाल की घटना में दुखद रूप से जान गंवाने वाले यात्रियों के परिवारों को 1 करोड़ रुपये के मुआवजे की एयर इंडिया की घोषणा और बीजेएमसी कॉलेज छात्रावास के जीर्णोद्धार के लिए आपके उदार समर्थन के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं।"
पत्र में कहा गया है, "हम आपसे विनम्रतापूर्वक अनुरोध करते हैं कि दुर्घटना स्थल पर मौजूद उन मेडिकल छात्रों को वित्तीय सहायता और आवश्यक सहायता प्रदान करने पर विचार करें, जो इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में घायल हो गए या अपनी जान गंवा दी।"
पत्र में कहा गया है, "ये लोग न केवल पीड़ित थे, बल्कि हमारी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के भविष्य के स्तंभ भी थे, और उनकी भलाई और परिवारों को भी इसी तरह की देखभाल और सहायता की आवश्यकता है। तदनुसार, हम आपसे अनुरोध करते हैं कि घायल हुए या अपनी जान गंवाने वाले मेडिकल छात्रों को भी तुरंत इसी तरह की सहायता देने की घोषणा करें। हमें पूरी उम्मीद है कि आप इस अनुरोध पर करुणा और तत्परता से विचार करेंगे।"
इस बीच, विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) के अधिकारी अहमदाबाद पहुंचे, जहां 12 जून को लंदन जाने वाला एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें सवार 242 लोगों में से 241 लोग मारे गए थे।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला एक प्रभाग एएआईबी भारत में विमान दुर्घटनाओं की जांच के लिए जिम्मेदार है।गुरुवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने पुष्टि की कि एयर इंडिया की उड़ान संख्या एएल-171 की दुर्घटना की औपचारिक जांच शुरू कर दी गई है।अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान बोइंग 787-8, सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद रेजीडेंट डॉक्टरों के छात्रावास की इमारत से टकरा गया।अमेरिका स्थित राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (एनटीएसबी) जांचकर्ताओं की एक टीम भारत भेजने की तैयारी कर रहा है ताकि जांच में सहायता मिल सके।
अमेरिका स्थित राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (एनटीएसबी) इस घातक दुर्घटना की चल रही जांच में सहायता के लिए जांचकर्ताओं की एक टीम भारत भेजने की तैयारी कर रहा है।
इसके समानांतर, भारत सरकार ने दुर्घटना के कारणों की जांच करने तथा निवारक उपाय सुझाने के लिए एक उच्च स्तरीय बहुविषयक समिति का गठन किया है।नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी आदेश में कहा गया है, "समिति ऐसी घटनाओं को रोकने और उनसे निपटने के लिए जारी मौजूदा मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) और दिशानिर्देशों की जांच करेगी तथा भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए व्यापक दिशानिर्देश सुझाएगी।"
आदेश में स्पष्ट किया गया है कि, "समिति प्रासंगिक संगठनों द्वारा की जा रही अन्य जांचों का विकल्प नहीं होगी, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने और उनसे निपटने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करेगी।"
मंत्रालय के अनुसार, समिति को उड़ान डेटा, कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग, विमान रखरखाव लॉग, हवाई यातायात नियंत्रण रिकॉर्ड और गवाहों की गवाही सहित सभी प्रासंगिक रिकॉर्ड तक पहुंच प्राप्त होगी। पैनल को तीन महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने की उम्मीद है।समिति की अध्यक्षता केंद्रीय गृह सचिव करते हैं और इसमें नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारतीय वायु सेना और विमानन विशेषज्ञों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं।