जिग्नेश मेवाणी बोले, धमकी के बाद भी नहीं बढ़ाई गई मेरी, खालिद और शेहला रसीद की सुरक्षा
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्र नेता उमर खालिद पर सोमवार सुबह किसी अज्ञात शख्स ने हमला कर दिया। हालांकि इस हमले में उमर को कुछ नहीं हुआ, वह ठीक हैं।
पुलिस के मुताबिक, कांस्टीट्यूशन क्लब के बाहर कथित तौर एक अज्ञात शख्स ने उमर खालिद पर गोली चलाने की कोशिश की लेकिन गोली चल नहीं पाई। बाद में हमलावर ने हवाई फायर किया और भाग निकला। हालांकि अभी ये पता नहीं चल सका है इस हमले की वजह क्या है। हमलावर की पिस्तौल बरामद कर ली गई है।
इस घटना पर प्रतिक्रियाएं आनी भी शुरू हो गई हैं। गुजरात के नेता और विधायक जिग्नेश मेवाणी ने हमले को लेकर भाजपा-आरएसएस पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, जब पिछले महीने हमारे मोबाइल पर रवि पुजारी ने धमकी में कहा था कि तुम (जिग्नेश मेवानी), शेहला रसीद और उमर खालिद तीनों हमारे हिट लिस्ट में हो तब ही उमर और शेहला ने पुख्ता पुलिस प्रोटेकशन कि मांग की थी। आज तक हम तीनों में से किसी की भी सुरक्षा बढ़ाई गई नहीं। क्या जवाब है।
उन्होंने एक वीडियो ट्वीट करते हुए कहा कि संघ और भाजपा सरकार चाहती है कि हमें मार दिया जाए। उन्होंने कहा, ‘इस हमले के लिए मीडिया के वह ग्रुप्स भी जिम्मेदार है जो लगातार कन्हैया कुमार, उमर खालिद, शेहला रसीद को 'टुकड़े टुकड़े गैंग' और 'राष्ट्रद्रोही' बताकर भाजपा को चुनावी फायदा पहुंचाने के मिशन में लगे हैं। आप का बिकाऊ होना किसी की जान ले सकता है, समझ रहे हैं क्या?’
My reaction on Umar Khalid pic.twitter.com/wkjOLFyip3
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) August 13, 2018
वहीं, जेएनयू की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद ने हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा, यह बहुत निंदनीय है। एक शख्स ने उमर खालिद पर पीछे से हमला किया और उन्हें गोली मारने की कोशिश की। यह मीडिया द्वारा फैलाई जा रही नफरत का परिणाम है।
Shocking and highly condemnable: a guy attacked Umar Khalid from behind and tried to shoot him in Delhi. This is the direct result of hatred whipped up by Republic TV & other hate media. I spoke to Umar. He's okay, but we should be very very worried about his safety.
— Shehla Rashid (@Shehla_Rashid) August 13, 2018
स्टैंडअप कॉमेडियन कुनाल कामरा ने उमर खालिद के समर्थन में कहा कि अगर इससे भी आप विचलित नहीं होते तो किससे होंगे? अगर आप अब चुप रहना चुनते हैं तो कब बोलेंगे? अगर यह गलत नहीं है तो क्या गलत है?
घटनास्थल पर मौजूद एक चश्मदीद के मुताबिक, 'यहां (कांस्टीट्यूशन क्लब) एक कार्यक्रम था जहां उमर खालिद आया था। हम एक चाय की दुकान पर बैठे थे, जब एक आदमी सफेद शर्ट में आया और धक्का देकर उसने गोली चला दी। खालिद का संतुलन बिगड़ गया और वह गिर गया। गोली इस वजह से उसे नहीं लगी। हमने उस शख्स को पकड़ने की कोशिश की। उसने कुछ हवाई फायर किए। पिस्तौल उसके हाथ से छूट गई और वह भाग गया।'