हाथरस भगदड़: मृतकों के परिजनों और घायलों को आर्थिक सहायता का ऐलान; सीएम योगी ने दिए जांच के निर्देश, 24 घंटे में की रिपोर्ट तलब
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद हाथरस में हुए हादसे पर दु:ख जताते हुए मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। मुख्यमंत्री योगी ने मुआवजे का ऐलान करते हुए मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख तथा घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश भी जारी किए हैं।
घटनाक्रम पर मुख्यमंत्री की सीधी नजर है और वह पल पल की रिपोर्ट ले रहे हैं। साथ ही उन्होंने दो मंत्री, मुख्य सचिव और डीजीपी को मौके पर भेजा है। इसके साथ ही उन्होंने एडीजी, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री ने 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट भी तलब की है। इसके अतिरिक्त सरकार कार्यक्रम आयोजकों के विरुद्ध एफआईआर के साथ ही बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है।
प्रदेश सरकार के मंत्रियों व अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश:
सीएम योगी ने एक्स पर लिखा, "जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, संदीप सिंह घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं तथा प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है। एडीजी, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।"
सत्संग के दौरान मची भगदड़:
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में मंगलवार को नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध भोले बाबा के कार्यक्रम में लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़ जुटी। कार्यक्रम स्थल पर प्रशासन की परमिशन से ज्यादा भक्त सत्संग कार्यक्रम में पहुंचे। भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। मुख्य सचिव मनोज सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। घायलों को इलाज के लिए एटा भेजा गया। घटना सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र के जीटी रोड स्थित गांव फुलराई के पास की है।
भगदड़ क्यों मची?
स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार सत्संग खत्म हुई तभी एक साथ लोग निकलने लगे। हॉल छोटा था और गेट भी पतला था। भीड़ में पहले निकलने के चक्कर में भगदड़ मच गई। वहाँ आए लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े। इनमें से अधिकतर महिलाएं और बच्चे थे। अभी तक मिली सूचना के अनुसार इस वजह से 150 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
फिलहाल, हादसे में मृतकों और घायलों की संख्या इतनी ज्यादा है कि हाथरस के आसपास के जिलों को भी अलर्ट कर दिया है। अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में पुलिस और प्रशासन की टीम पहुंच गई है। यहां घायलों को शिफ्ट किया जा सकता है। शवों को भी पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जाएगा।
भोले बाबा, सरकारी नौकरी छोड़ प्रवचन देना किया शुरू
भोले बाबा का असली नाम नारायण साकार हरि है। वह एटा जिले की पटयाली तहसील के गांव बहादुर नगरी के रहने वाले हैं। उन्होंने 26 साल पहले सरकारी नौकरी छोड़कर प्रवचन शुरू किया था। बाबा, अपने प्रवचन में बताए थे कि वे गुप्तचर ब्यूरो में नौकरी करते थे। साकार विश्व हरि भोले बाबा के अनुयायी पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तराखंड में ज्यादा हैं।
मंत्री संदीप बोले- मृतकों की संख्या बढ़ सकती है
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री संदीप सिंह ने कहा है कि हमें मुख्यमंत्री द्वारा हाथरस घटना स्थल पर पहुंचने और मामले को देखने और सरकार की ओर से आवश्यक निर्णय लेने के निर्देश दिए गए हैं। मृतकों की संख्या बढ़ रही है जो बहुत दु:खद है।
भोले बाबा के कार्यक्रम का पोस्टर
सत्संग के बाहर लगे पोस्टर में भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि की फोटो लगी है। नीचे अयोजनकर्ता के नाम लिखा है। साथ ही यह भी लिखा है कि पोस्टर में मानव धर्म सत्य था है और रहेगा।
सरकारी अस्पताल फुल, प्राइवेट रिजर्व किए गए
हादसे के बाद एक साथ इतने घायल पहुंचे कि सरकारी अस्पताल फुल हो गए। सीएचसी के बाहर घायलों के तड़पते हुए भी दिखाई दिए। घायलों की संख्या अधिक होने की वजह से हाथरस प्रशासन ने प्राइवेट अस्पतालों को अलर्ट कर दिया। सभी से बेड रिजर्व रखने को कहा गया। घायलों को प्राइवेट अस्पताल ले जाया जा रहा है।