आउटलुक का नया संस्करण “मोदी 2.1- उपलब्धियां या चुनौतियां” करें डाउनलोड, एक क्लिक पर पढ़िए पूरी पत्रिका
कोरोना महामारी के बढ़ते संकट के बीच आउटलुक का विशेष डिजिटल संस्करण "मोदी 2.1- उपलब्धियां या चुनौतियां" ऑनलाइन उपलब्ध है। इस बार के अंक में हमने मोदी सरकार के 30 मई को खत्म हो रहे पहले साल का लेखा-जोखा पेश किया है। हमने सरकार द्वारा पिछले एक साल में किए गए कामों का विशलेषणात्मक अध्ययन कर यह बताने की कोशिश की है, कि कैसे सरकार की उपब्धियों पर चुनौतियां भारी पड़ गई है। साथ ही पूरे एक साल में मोदी सरकार ने पहले कार्यकाल के उलट ज्यादातर फोकस भाजपा के मूल एजेंडों को पूरा करने पर लगाया है। साथ ही हमने यह भी बताया कि क्यों सरकार की लॉकडाउन स्ट्रैटेजी पर सवाल उठ रहे हैं। 15 जून 2020 के इस अंक को आप इस लिंक पर क्लिक कर सीधे डाउनलोड.... https://www.outlookhindi.com/issue/olh_15_june_2020.pdf कर सकते हैं।
कवर स्टोरी
आउटलुक के संपादक हरवीर सिंह ने इस बार कवर स्टोरी में मोदी सरकार के काम-काज का लेखा-जोखा पेश किया है। उन्होंने बताया है कि कैसे सरकार आर्थिक और कोरोना महामारी की चुनौतियों में घिर गई है। इसके अलावा हमने पूर्व वित्त मंत्री यशवंस सिन्हा और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण से भी सरकार के कार्यकाल और मौजूद संवैधानिक संस्थाओं की स्थिति के बारे में भी जानने की कोशिश की है।
जून-जुलाई कितना भारी
देश में लॉकडाउन लागू हुए दो महीने से ज्यादा बीत चुके हैं, फिर भी संक्रमण बढ़ता जा रहा है। हमने स्टोरी के जरिए यह बताने की कोशिश की है कि जून-जुलाई का महीना कैसे देश पर भारी पड़ सकता है। साथ ही क्यों प्रमुख वॉयरोलॉजिटस्ट डॉ टी. जॉन जैकब कह रहे हैं कि लॉकडाउन की स्ट्रैटेजी फेल हो गई है। इस बीच केरल मॉडल का भी हमने विस्तृत अध्ययन किया है, कि कैसे वह पूरे देश के लिए नजीर बन सकता है।
ऐसे डाउनलोड करें ई-मैगजीन
नए अंक का लिंक outlookhindi.com वेबसाइट के मैगजीन सेक्शन में कवर पेज के नीचे दिया गया है। 'ई मैगजीन पढ़ें' पर क्लिक करके आप पूरी पत्रिका डाउनलोड कर सकते हैं। साथ ही सीधे भी आप इस लिंक पर क्लिक करकें पत्रिका डाउनलोड कर सकते हैं.. https://www.outlookhindi.com/issue/olh_15_june_2020.pdf
एक वादा भी
जैसा हम सभी जानते हैं कि यह अभूतपूर्व संकट का दौर है, इस वजह से हम आपके हाथों पर मैगजीन नहीं पहुंचा पा रहे हैं। लेकिन हमारा वादा है कि जैसे ही यह संकट दूर होगा आपकी प्रिय पत्रिका एक बार फिर आपके हाथों में होगी।