मैं केवल साझेदार हूं: गोवा के नाइटक्लब के सह-मालिक अजय गुप्ता ने कहा
गोवा के ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाइटक्लब के सह-मालिकों में से एक अजय गुप्ता ने आग लगने की घटना के संबंध में बुधवार को दिल्ली अपराध शाखा के वसूली एवं अपहरण रोधी प्रकोष्ठ में लाए जाने पर कहा कि वह ‘‘केवल एक साझेदार’’ हैं।
मास्क पहने और अपने चेहरे के अधिकांश हिस्से को ढके गुप्ता ने सनलाइट कॉलोनी में स्थित अपराध शाखा कार्यालय में प्रवेश करते समय यह संक्षिप्त टिप्पणी की।
सूत्रों ने बताया कि गोवा पुलिस ने उससे पूछताछ की और उसे गिरफ्तार करने तथा ट्रांजिट रिमांड के लिए औपचारिक प्रक्रिया शुरू कर दी है। सूत्रों ने बताया कि गुप्ता छह दिसंबर को उत्तरी गोवा के अरपोरा इलाके में हुई आगजनी के बाद से जांचकर्ताओं से बच रहा था।
एक सूत्र ने बताया, ‘‘गोवा पुलिस द्वारा दिल्ली में पहली बार में गुप्ता को तलाशने में नाकाम रहने के बाद उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किया गया था। बाद में उसे लाजपत नगर के एक निजी अस्पताल में पाया गया, जहां उसने रीढ़ की हड्डी से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं का हवाला देते हुए खुद को भर्ती कराया था। चिकित्सकीय जांच के बाद उसे हिरासत में लिया गया और आगे की कार्रवाई के लिए अपराध शाखा कार्यालय लाया गया।’’ उन्होंने कहा कि गोवा पुलिस द्वारा ट्रांजिट रिमांड की औपचारिकताएं पूरी करने के बाद गुप्ता को गिरफ्तार किए जाने की संभावना है।
गोवा पुलिस ने अब तक नाइटक्लब के पांच स्टाफ सदस्यों को गिरफ्तार किया है जिनमें नाइट क्लब के मुख्य महाप्रबंधक राजीव मोदक, महाप्रबंधक विवेक सिंह, बार प्रबंधक राजीव सिंघानिया, गेट प्रबंधक रियांशु ठाकुर और कर्मचारी भरत कोहली शामिल हैं।
इस बीच नाइटक्लब के दो मालिक लूथरा बंधु सौरभ और गौरव छह दिसंबर की रात को हुई घटना के बाद भारत छोड़कर भाग गए। उनके खिलाफ इंटरपोल का ‘ब्लू कॉर्नर नोटिस’ जारी किया गया है।
सूत्र के अनुसार, गुप्ता से गोवा में क्लब के प्रबंधन, परिचालन संबंधी जिम्मेदारियों और अग्नि सुरक्षा नियमों के अनुपालन के बारे में विस्तृत पूछताछ की जाएगी।