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20 March 2018

भागलपुर दंगा: बेटे की गिरफ्तारी पर बोले केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे- बेटे पर गर्व

ANI

भाजपा, आरएसएस और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की रैली पर भागलपुर शहर में दंगा भड़काने का आरोप लगा है। शनिवार को इस रैली का नेतृत्व केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत कर रहे थे। एफआईआर दर्ज करने के बाद अर्जित को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस रैली में शामिल लोगों पर कथित तौर पर उकसाने वाले नारे लगा रहे थे। रैली का आयोजन 'हिंदू नववर्ष' के उपलक्ष्य में नववर्ष जागरण समिति द्वारा किया गया था। यह 15 किलोमीटर लंबे रास्ते से होकर गुजरी जिसमें आधा दर्जन मुस्लिम बहुल इलाके शामिल हैं। झड़प नाथनगर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले मेदिनी चौक पर हुई। यह इलाका मुस्लिम बहुल है।

बेटे की गिरफ्तारी पर केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा- मुझे गर्व है कि मेरा बेटा भाजपा-आरएसएस का स्वयंसेवक है। मुझे वहां के सारे कार्यकर्ताओं और शोभा यात्रा पर भी गर्व है, जो पुलिस की देख-रेख में कानूनी तरीके से निकली।

चौबे ने कहा कि कुछ नकारात्मक तत्वों ने गलत चीजें कीं। आप उनको गिरफ्तार नहीं कर पाए। इसके बजाय शोभा यात्रा पर दोष डाला जा रहा है। वहां का प्रशासन अंधा हो गया है।

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार को मोटरसाइकिल रैली दोपहर के करीब 3.45 बजे जा रही थी तभी उस पर पत्थर फेंके गए। लालमाटिया आउटपोस्ट के इंचार्ज संजीव कुमार जो इस समय नाथनगर में तैनात हैं, उन्होंने कहा कि रैली में शामिल लोगों द्वारा उकसाने वाले नारे लगाए गए। जिससे सांप्रदायिक तनाव बढ़ा। इन आरोपों को शाश्वत ने सिरे से खारिज किया है। अरिजीत ने पिछली बार भागलपुर से विधानसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन वह हार गए थे। उन्होंने कहा- यह मोटरसाइकिल रैली थी। मैं स्थल से लगभग 3-4 किलोमीटर दूर था तभी पत्थरबाजी शुरू हो गई। मेरे आगे पुलिस जीप चल रही थी। आप घटना की पुष्टि के लिए वीडियो क्लिप्स की जांच कर सकते हैं जिससे आपको पता चल जाएगा कि मैंने क्या कहा।

इस मामले पर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री चौबे ने कहा था- हिंदू नव वर्ष को मनाने के लिए आयोजित की गई रैली का प्रतिनिधित्व करने में क्या गलत है? क्या मां भारत की बात करना गलत है? क्या वंदे मातरम कहना गलत है? स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता संजीव कुमार जो इस रैली में शामिल हुए थे उन्होंने कहा- पत्थरबाजी तब हुई जब ज्यादातर मोटरसाइकिल आगे बढ़ गई थी। कुछ लोग नारे लगा रहे थे तभी मुस्लिमों ने प्रतिक्रिया दी। कुछ समय बाद पत्थरबाजी शुरू हो गई।

नाथनगर पुलिस स्टेशन के पुलिस अधिकारी ने कहा- दो समुदायों के बीच हुई इस झड़प में तीन पुलिसवाले जख्मी हो गए। हमारे सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, पत्थरबाजी 45 मिनटों तक जारी रही। भागलपुर से एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

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OUTLOOK 20 March, 2018
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