श्रीनगर: तिरंगा फहराने के बाद बोले राज्यपाल, कश्मीरियों की पहचान को कोई खतरा नहीं
जम्मू-कस्मीर के श्रीनगर में शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने तिरंगा झंडे को फहराया। इस मौके पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी मौजूद थे। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पहली बार सिर्फ तिंरगे झंडे को फहराया गया। इस मौके पर सत्यपाल मलिक ने कहा कि कश्मीरियों को अपनी पहचान के बारे में चिंतित होने की जरूरत नहीं है।
'कश्मीरियों की पहचान को कोई खतरा नहीं'
सत्यपाल मलिक ने कहा कि जो लोग इस तरह की बातें कर रहे हैं कि कश्मीरियों की पहचान खत्म हो जाएगी वो लोगों को बरगलाने की कोशिश न करें। कश्मीरी लोग भारत सरकार के दिल के करीब हैं। वो इस मौके पर हर किसी को भरोसा देना चाहते हैं कि विकास और सिर्फ विकास ही केंद्र का एजेंडा है। सदियों से जो लोग वंचित थे या कुछ खास लोगों ने सत्ता को अपने कब्जे में कर रखा था उन्हें संदेश है।
‘बहुत जल्द पाबंदियों को हटाया जाएगा’
इसके अलावा उन्होंने कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर सरकार की मुहिम जारी है और इस मुद्दे पर किसी को शंका भी नहीं होनी चाहिए। सरकार और सुरक्षाबलों की संयुक्त कोशिश में आतंकियों की भर्ती में कमी आई है। अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद कुछ जगहों पर ऐहतियात के तौर पाबंदियां लगाई गई हैं। लेकिन वो भरोसा दिलाते हैं कि बहुत जल्द ही पाबंदियों को हटा लिया जाएगा।
‘कुछ लोग कर रहे हैं गलतबयानी’
सत्यपाल मलिक ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के सभी हिस्सों में शांति है। जम्मू के इलाके में अब किसी तरह की पाबंदी है। जहां तक पाबंदी का सवाल है तो उसे सिर्फ ऐहतियात के तौर पर लगाया गया है। दुख की बात ये है कि कुछ लोग अपने राजनीतिक मकसद को हासिल करने के लिए गलतबयानी कर रहे हैं। लेकिन शासन-प्रशासन का स्पष्ट मत है कि किसी को भी माहौल खराब करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।