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25 August 2019

कश्मीर मामले में केरल के IAS अधिकारी का इस्तीफा, बोले- वापस चाहता हूं अपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता

File Photo

पिछले साल केरल में आई बाढ़ के समय राहत कार्यों में मदद करने वाले 2012 बैच के आईएएस अधिकरी जी. कन्नान ने शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया। कन्नान ने केरल में आई बाढ़ के समय राहत कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। केरल के रहने वाले कन्नन इन दिनों केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली में तैनात थे।

उन्‍होंने कहा, 'देश के एक हिस्‍से में इतने लंबे समय से मूलभूत अधिकारों का निलंबन और अन्‍य राज्‍यों से कोई प्रतिक्रिया नहीं होना मुझे काफी पीड़ा दे रहा है। यह निचले स्‍तर तक हर जगह हो रहा है। मैं अपने विचार देना चाहूंगा कि यह स्‍वीकार नहीं है।' 

20 अगस्त को किए गए एक ट्वीट में कन्नन ने कहा कि वह सिविल सेवा में इस उम्मीद से शामिल हुए थे कि वह उन लोगों की आवाज बन सकेंगे जिन्हें खामोश कर दिया गया लेकिन यहां, वह खुद की आवाज गंवा बैठे। उन्होंने कहा कि वह अपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता वापस चाहते हैं। वह अपनी तरह से जीना चाहते हैं, भले ही वह एक दिन के लिए ही क्यों न हो।

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पावर एंड नॉन कन्वेंशनल ऑफ एनर्जी में सचिव पद पर थे कार्यरत

कन्नन इन दिनों पावर एंड नॉन कन्वेंशनल ऑफ एनर्जी में सचिव पद पर कार्यरत थे। कहा जा रहा है कि कश्मीर कैडर के आईएएस अधिकारी शाह फैसल के बाद सबसे कम उम्र में आईएएस से इस्तीफा देने वाले वह दूसरे आईएएस अधिकारी हैं। चर्चा है कि वह मौजूदा प्रशासनिक कार्यशैली से नाखुश थे। हालांकि उन्होंने अपने त्यागपत्र में इसे लेकर कुछ लिखा नहीं है।

साल 2012 सिविल सेवा परीक्षा में कन्नन ने 59वीं रैंक हासिल की थी। उन्होंने बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग की थी। आईएएस बनने से पहले वह एक निजी कंपनी में डिजाइन इंजीनियर थे।

इसे बताया इस्तीफा की वजह

कन्नन ने कहा कि यदि आप मुझसे पूछे कि वह क्या कर रहे हैं तो जब दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में से एक देश पूरे राज्य पर प्रतिबंधों का ऐलान कर दे और यहां तक लोगों के मूलभूत अधिकारों का भी उल्लंघन करें तो ऐसे में कम से कम उन्हें जवाब देने में समक्ष होना चाहिए कि वह अपनी नौकरी छोड़ रहे हैं। सवाल उनके इस्तीफा देने का नहीं है बल्कि वह कैसे नहीं कर सकते हैं, का है।

उन्होंने कहा कि उनके इस्तीफा को कोई असर नहीं होगा लेकिन जब देश मुश्किल घड़ी से गुजर रहा है, तब यदि कोई उनसे पूछे कि उन्होंने क्या किया तो वह यह नहीं कहना चाहेंगे कि उन्होंने छुट्टी ली और उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका चले गए। इससे बेहतर है नौकरी छोड़ना। 

इससे पहले केरल बाढ़ के दौरान आए थे चर्चा में

कन्नन वर्ष 2018 में केरल में आई भीषण बाढ़ के दौरान सुर्खियों में आए थे। उन्होंने अपने कंधे पर राहत सामग्री रखकर लोगों तक पहुंचाई थी। उनके इस काम की देशभर में सराहना की गई थी। इसके अलावा लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने केंद्रीय चुनाव आयोग से मौजूदा केंद्र शासित प्रदेश के बड़े अधिकारियों की शिकायत की थी उन्हें प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। इसके बाद उन्हें सिलवासा के कलेक्टर पद से हटा दिया गया था। सिलवासा कलेक्टर रहते हुए उन्हें काफी सराहनीय कार्य किए थे।

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TAGS: IAS officer, hailed, Kerala flood works, quits, Jammu-Kashmir
OUTLOOK 25 August, 2019
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