जम्मू-कश्मीर: पुलवामा के बाद राजौरी में IED ब्लास्ट, आर्मी मेजर शहीद
पुलवामा में हुए आतंकी हमले को अभी 48 घंटों के भीतर जम्मू कश्मीर में एक आर्मी अफसर शहीद हो गए। राज्य के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा (LoC) के समीप मेजर जांच के लिए जा रहे थे और आतंकियों द्वारा लगाए गए आईईडी को डिफ्यूज करते समय वो शहीद हो गए। खबर के मुताबिक मेजर इंजिनियर के जत्थे से थे। आईईडी नौशेरा सेक्टर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के 1.5 किलोमीटर अंदर लगाई गई थी।
पुलवामा हमले में 40 जवान शहीद
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों पर हुए सबसे बड़े आतंकवादी हमलों में से एक में सीआरपीएफ के कम से कम 40 जवान शहीद हो गए। पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए 40 जवानों को शनिवार को उनके पैतृक गांवों में पूरे राजकीय व सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गयी। हजारों लोगों के जनसमूह ने वंदे मातरम व भारत माता के जयकारों के बीच इन सैनिकों को अश्रुपूर्ण विदाई दी। वहीं इन हमलों के विरोध में कई प्रमुख शहरों में बाजार आधा दिन बंद रहे।
सभी दलों ने पारित किया निंदा प्रस्ताव
पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत की दृढ़ता दिखाते हुए शनिवार को सभी दलों ने इस बात को रेखांकित किया कि हम भारत की एकता और अखंडता की रक्षा करते हुए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमारे सुरक्षा बलों के साथ एकजुटता से खड़े हैं।
भाजपा और कांग्रेस सहित सभी दलों ने एक प्रस्ताव पारित करते हुए आतंकवादी हमले और सीमा-पार से उसे मिल रहे समर्थन की निंदा की।प्रस्ताव में पाकिस्तान का नाम नहीं लिया गया लेकिन इस बात पर जोर दिया गया कि भारत सीमा पार से आतंकवादी खतरे का सामना कर रहा है जिसे हाल ही में पड़ोसी देश के बलों द्वारा काफी प्रोत्साहित किया जा रहा है।