एयर इंडिया की बागडोर अब इलकर आयशी को मिली, इस एयरलाइन में संभाल चुके हैं अहम जिम्मेदारी
एयर इंडिया में बदलाव की शुरुआत करते हुए टाटा संस ने नया एमडी और सीईओ चुन लिया है। तुर्की एयरलाइन के पूर्व चेयरमैन इलकर आयशी को अब एयर इंडिया की कमान सौंपी है। टाटा संस के कार्यकारी अध्यक्ष एन चंद्रशेखरण की मौजूदगी में बोर्ड की अहम बैठक हुई, जिसमें इस पर मुहर लगाई गई। इलकर आयशी 1 अप्रैल से कार्यभार संभालेंगे। टाटा ग्रुप ने औपचारिक रूप से 27 जनवरी, 2022 को एयर इंडिया का नियंत्रण संभाला है।
तुर्की बिजनेसमैन आयसी का जन्म 1971 में इस्तांबुल में हुआ था। वह बिल्केंट विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान और लोक प्रशासन विभाग के 1994 के पूर्व छात्र हैं। आयशी 1994 में तुर्की के वर्तमान राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोआन के सलाहकार थे। उन्होंने 2015 से 2022 तक तुर्की एयरलाइंस के अध्यक्ष के रूप में काम किया। उन्होंने इस्तांबुल महानगर पालिका में कई पदों पर भी काम किया है तथा 2005 से 2011 तक कई बीमा कंपनियों के सीईओ के रूप में भी कार्य किया। जनवरी 2011 में, उन्हें तुर्की के प्रधान मंत्रालय निवेश सहायता और संवर्धन एजेंसी के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था।
आयशी ने इं1995 में ग्लैंड की लीड्स यूनिवर्सिटी में पॉलिटिक साइंस पर एक रिसर्च प्रोजेक्ट किया था और उसके 1997 में उन्होंने इस्तांबुल की मरमारा यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल रिलेशंस मास्टर प्रोग्राम पूरा किया। आयशी टर्किश फुटबॉल फेडरेशन, टर्किश एयरलाइंस स्पोर्ट क्लब और टीएफएफ स्पोर्टिफ एनोनिम सिरकेटी के बोर्ड मेंबर हैं। इसके साथ ही वह कनाडाई तुर्की बिजनेस काउंसिल और यूएस-तुर्की बिजनेस काउंसिल के सदस्य भी हैं।
फैसले के बाद इल्कर अइसी ने कहा, "मैं आइकॉनिक एयरलाइंस को लीड करने और टाटा ग्रुप से जुड़ने के लिए काफी खुश हूं। हम एयर इंडिया की मजबूत विरासत का उपयोग करेंगे और दुनिया में इसे बेस्ट एयरलाइंस बनाने की कोशिश करेंगे।"
एयर इंडिया की एक खराब छवि बन चुकी है कि ये देरी से चलती है और साथ ही खराब सेवा देती है। वर्तमान में भारतीय एयरलाइन का करीब 57 फीसदी मार्केट शेयर इंडिगो के पास है। ऐसे में कॉम्पटीशन से निपटने के लिए आयशी को टाटा ग्रुप के साथ मिलकर नई स्ट्रेटेजी बनानी होगी। एयर इंडिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती ग्रुप के लिए एक नया ‘विजन, मिशन और स्ट्रैटजी’ बनाने की है।