कोरोना वायरस के डर से भारत ने चीन से आने वालों की ई-वीजा सुविधा निलंबित
भारत ने चीन से आने वाले चीनी नागरिकों और विदेशियों के लिए ई-वीजा सुविधा अस्थाई रूप से बंद कर दी है। यह कदम कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए उठाया गया है। इस वायरस के कारण चीन में 305 लोगों की मौत हो चुकी है और 14,562 लोग संक्रित हो चुके हैं। यह वायरस भारत, अमेरिका सहित 25 देशों में फैल चुका है। उधर, चीन के वुहान में कोरोना वायरस के संक्रमण के लिए वहां फंसे भारतीयों के दूसरे दल को इयर इंडिया का विशेष विमान वापस ले आया। इस दूसरी खेप में 323 भारतीयों और मालदीव के सात नागरिकों को भारत लाया गया। अब तक भारत 654 लोगों को चीन से वापस ला चुका है।
जारी हो चुके ई-वीजा भी रद्द
चीन में भारतीय दूतावास ने घोषणा की है कि हाल की घटनाओं को देखते हुए भारत ने ई-वीजा की सुविधा अस्थाई रूप से निलंबित कर दी है। यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है। यह फैसला चीन के नागरिकों और चीन में रह रहे विदेशी नागरिकों पर लागू होगा। जिन लोगों को ई-वीजा जारी किया जा चुका है, उनके भी वीजा रद्द कर दिए गए है। जिन लोगों को भारत जाना बहुत जरूरी है, वे लोग बीजिंग, शंघाई अथवा गुआंगजाऊ स्थित दूतावास या वाणिज्य दूतावास में वीजा के लिए आवेदन कर सकते है।
323 और भारतीय वापस दिल्ली पहुंचे
एयर इंडिया के बी747 विमान की दो फ्लाइटें चीन के वुहान शहर में पहुंची। कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा संक्रमण वहीं फैला है। इससे 305 लोगों की मौत हो चुकी है और 14,380 लोग संक्रमित हो चुके हैं। वुहान से भी यह वायरस दुनिया के 25 देशों में फैल गया। एयर इंडिया की पहली फ्लाइट ने शनिवार को 324 भारतीयों को निकाला। इसके बाद आज 323 अन्य भारतीयों को वापस लाया गया। मालदीव के सात नागरिकों को भी दूसरी फ्लाइट से लाया गया। चीन में भारतीय राजदूत विक्रम मिसरी ने ट्वीट करके जानकारी दी वुहान से दूसरी फ्लाइट आज सुबह रवाना हुई और कुछ घंटों में दिल्ली पहुंच गई।
हुबेई में अभी भी 100 भारतीय मौजूद
मिसरी के अनुसार चार भारतीयों को दूसरी फ्लाइट में भेजा नहीं जा सका। वे अभी भी चीन में ही हैं। इन चारों को तेज बुखार होने के कारण लाया नहीं जा सका। पहली फ्लाइट में भी छह भारतीयों को चीन के इमीग्रेशन अधिकारियों से मंजूरी नहीं मिली क्योंकि उन्हें तेज बुखार था। वहां रोके गए भारतीयों को टेस्ट किया जाएगा ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण के बारे में पुष्टि हो सके। भारतीय राजदूत ने बताया कि हुबेई प्रांत में भी 100 भारतीय रुके हुए हैं।