शुजात बुखारी हत्याकांड में 4 में से एक संदिग्ध गिरफ्तार, 3 की तलाश जारी
वरिष्ठ पत्रकार तथा अंग्रेजी अखबार राइजिंग कश्मीर के एडिटर इन चीफ शुजात बुखारी तथा उनके दो पीएसओ की हत्या करने के मामले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके कब्जे से पिस्तौल भी बरामद हुई है। जांच के लिए एसआईटी टीम का गठन कर दिया गया है। जिसकी नेतृत्व डीआईजी श्रीनगर कर रहे हैं। अभी तक इस मामले में तीन आतंकियों का नाम आ रहा था, लेकिन अब चौथा संदिग्ध भी सामने आया है। जिस जगह पर शुजात बुखारी को गोली मारी गई थी, वहां का एक वीडियो सामने आया है जिसमें चौथा संदिग्ध दिख रहा है। यह वीडियो में शव को कार से निकालने में स्थानीय लोगों की मदद करता नजर आया था।
आईजी जम्मू-कश्मीर एस पी सैनी के मुताबिक, कल घटना के बाद ही तीन आतंकियों की फोटो शेयर कर उसकी पहचान के लिए स्थानीय लोगों की मदद मांगी गई थी। आज भी एक संदिग्ध की तस्वीर सोशल मीडिया पर जारी की गई थी, जिसमें युवक बंदूक निकालता दिखाई दे रहा था। खुफिया इनपुट के आधार पर संदिग्ध युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि अब तक की जांच में इसके पीछे आतंकी वारदात होने की बात निकल कर सामने आ रही है। हम इस मामले में जांच कर रहे हैं।
आतंकी की पहचान श्रीनगर के रहने वाले जुबैर के तौर पर हुई है। शुजात बुखारी की हत्या के बाद सामने आए संदिग्ध बाइक सवार हमलावरों की पहचान कर ली गई थी। तीनों लश्कर के आतंकी हैं। उनकी पहचान अबू उसामा, नवीद जट और मेहराजुद्दीन बंगारू के रूप में हुई है।
The first picture of the suspects were not in the public domain. The second picture was in public domain. It can be seen that he stood there, attempting to retrieve the weapon. An SIT has been formed, DIG central Kashmir is heading it: SP Pani, IG Kashmir #ShujaatBukhari pic.twitter.com/tAemfUlFEn
— ANI (@ANI) June 15, 2018
इस वारदात को अंजाम देने वाले अन्य तीन हमलावार नीली रंग की पल्सर बाइक पर सवार थे। पुलिस ने शुक्रवार को चौथे आतंकी की भी तस्वीर जारी करते हुए उसकी पहचान के लिए स्थानीय लोगों से मदद मांगी। पुलिस ने वीरवार को घटना के बाद तीन आतंकियों की फोटो जारी की थी। जिसमें गाड़ी चला रहा युवक हेलमेट पहने है जबकि पीछे बैठने वाले युवक ने मास्क लगा रखा है। बीच में बैठे युवक का चेहरा नहीं दिख रहा है। पुलिस ने कोठीबाग पुलिस स्टेशन, पीसीआर श्रीनगर या फिर पुलिस कंट्रोल रूम में इन संदिग्धों के बारे में सूचना देने और उसका नाम गोपनीय रखने की बात कही थी।
वीरवार शाम करीब सात बजे शुजात जैसे ही प्रेस एन्क्लेव से जैसे ही वह अपनी गाड़ी से जाने लगे तो आतंकियों ने गाड़ी को घेरकर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। इसके बाद आतंकी मौके से फरार हो गए। आतंकियों ने बिल्कुल करीब से गोलियां बरसाईं। ये घटना उस वक्त हुई जब बुखारी श्रीनगर के लाल चौक इलाके में मौजूद अपने दफ्तर से इफ्तार पार्टी के लिए जा रहे थे।
सुपुर्द-ए-खाक हुए शुजात
जम्मू कश्मीर के बारामुला में शुजात बुखारी को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। बुखारी को आखिरी बिदाई देने के लिए हजारों की संख्या में लोग जनाजे में शामिल हुए। बुखारी के जनाजे में में विपक्ष के नेता उमर अब्दुल्ला और पीडीपी तथा भाजपा के मंत्री भी शामिल थे।
पहले भी रहे आतंकियों के निशाने पर
शुजात बुखारी पर इससे पहले भी कई बार जानलेवा हमले हुए थे। जुलाई 1996 में आतंकियों ने उन्हें 7 घंटे तक अनंतनाग में बंधक बनाकर रखा था।एक साल पहले पाकिस्तानी आतंकियों से धमकी मिलने के बाद उन्हें एक्स श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी जिसमें उनके साथ दो सुरक्षाकर्मी तैनात रहते थे।
राजनाथ-राहुल ने दुख जताया
इस मामले पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दुख जताया है। राजनाथ ने ट्वीट कर लिखा, “राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या कायराना हरकत है। यह कश्मीर की विचारशील आवाज को दबाने का प्रयास है। वह साहसी एवं निर्भीक पत्रकार थे। उनकी मौत से बहुत स्तब्ध और दुखी हूं। मेरी संवेदना शोक संतप्त परिवार के साथ हैं।”
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी बुखारी की हत्या पर दुख जताया। उन्होंने ट्वीट किया, “वह बहुत बहादुर थे जिन्होंने जम्मू कश्मीर में न्याय और शांति के लिए निडरता से संघर्ष किया। मेरी संवेदना उनके परिवार के प्रति है। वह बहुत याद आयेंगे।”
जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी बुखारी की हत्या की निंदा की और पीड़ित परिवार से मुलाकात की।