‘समाज के हर क्षेत्र में महिलाओं के सशक्तिकरण और वित्तीय समावेशिता को बढ़ावा देना जरूरी ’
समाज के हर क्षेत्र में समावेशिता को बढ़ावा देने और महिलाओं को ऋण प्रदान करके वित्तीय समावेशिता को प्रोत्साहित करने के लिए काम कर रहे 'सुगम्या फाउंडेशन' ने आज अपना पहला स्थापना दिवस मनाया। जिसका थीम "समावेशिता का उत्सव" था।
विशेष रूप से दिव्यांग समुदाय के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए दृष्टिहीन बच्चों ने लाइव बैंड प्रदर्शन किया, जिसमें प्रेरणादायक संदेश दिया गया कि विकलांगता कोई समस्या नहीं है, सिर्फ लोगों को अपनी सोच और नजरिया बदलने की जरूरत है।
नोएडा सेक्टर 3 में आयोजित कार्यक्रम की मुख्य अतिथि भारतीय क्रिकेट की पूर्व खिलाड़ी आशा रावत थीं। दिल्ली और आसपास के स्लम क्षेत्रों से विभिन्न एनजीओ के कलाकारों ने महिलाओं के सशक्तिकरण और समावेशिता पर आधारित प्रस्तुतियां दीं, जिनका मुख्य उद्देश्य सामाजिक मुद्दों को सामने लाना था।
इस दौरान साधन एसोसिएशन के कार्यकारी निदेशक जी जी मेमन, सुगम्या फाइनेंस के सह-संस्थापक और निदेशक विकास सिंह और ब्रजमोहन सिंह उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि फाउंडेशन का मकसद महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करने और समाज में हर व्यक्ति को समान दर्जा व अवसर प्रदान करना है, चाहे वह आर्थिक, शारीरिक, मानसिक या किसी भी रूप में हमारे सामने हो।