टेरर फंडिंगः शब्बीर शाह और आसिया अंद्राबी सहित तीन कश्मीरी अलगाववादियों की बढ़ी न्यायिक हिरासत की अवधि
दिल्ली की एक अदालत ने टेरर फंडिंग मामले में कश्मीरी अलगाववादी नेताओं शब्बीर शाह, मशरत आलम भट्ट और आसिया अंद्राबी की न्यायिक हिरासत की अवधि 12 जुलाई तक बढ़ा दी है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की 10 दिनों की हिरासत की अवधि खत्म होने के बाद तीनों को अडिशनल सेशन जज अनिल अंतिल की अदालत में पेश किया गया। एनआईए ने अदालत से तीनों को न्यायिक हिरासत में भेजने का अनुरोध किया था।
अंद्राबी ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए अगली सुनवाई के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेश होने की इजाजत मांगी। इस पर अदालत ने उनके वकील को छुट्टियों के बाद संबंधित कोर्ट में अपील करने को कहा।
कश्मीर घाटी में हिंसक घटना के बाद एनआईए ने मई 2017 में मामला दर्ज किया था, जिसके सिलसिले में शाह, भट्ट और अंद्राबी को टेरर फंडिंग मामले में 4 जून को गिरफ्तार किया गया था। एनआईए अभी तक आफताब हिलाली शाह उर्फ शाहिद-उल-इस्लाम, अयाज अकबर कांडे, फारुक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे, नईम खान, अल्ताफ अहमद शाह, राजा मेहराजुद्दीन कलवल और बशीर अहमद भट्ट उर्फ पीर सैफुल्लाह सहित कई अलगाववादियों को गिरफ्तार कर चुकी है। अल्ताफ अहमद शाह कट्टरपंथी हुर्रियत नेता सैयद अली गिलानी के दामाद हैं, जो जम्मू-कश्मीर का पाकिस्तान में विलय की वकालत करते हैं। शाहिद-उल-इस्लाम फारुक डार के सहयोगी हैं और खांडे गिलानी की अगुआई नावी हुर्रियत के प्रवक्ता हैं। कश्मीरी बिजनेसमैंन जहूर अहमद शाह वटाली को अगस्त 2017 में गिरफ्तार किया गया था।
आसिया अंद्राबी प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन दुख्तरन-ए-मिल्लत की प्रमुख हैं, जिस पर जम्मू-कश्मीर में भड़काऊ भाषण देने और जंग छेड़ने का आरोप है। अंद्राबी को पिछले साल 6 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। एनआईए ने इस मामले में 18 जनवरी 2018 को लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद और हिज्बुल मुजाहिदीन के प्रमुख सयैद सलाउद्दीन सहित 12 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी थी। बाद में एजेंसी ने कश्मीरी बिजनेसमैन वटाली और दुबई स्थित बिजनेसमैन नवल किशोर कपूर के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की थी।