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15 September 2018

नन से रेप के आरोपी जालंधर के बिशप ने छोड़ा अपना पद

File Photo

रेप मामले के आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने जांच पूरी होने तक अपना पद छोड़ने का फैसला किया है। उन्होंने फिलहाल ये जिम्मेदीरी डिप्टी बिशप को सौंप दी है। पुलिस ने बिशप को 19 सितंबर को जांच के लिए तलब किया है। 

बिशप ने डिप्टी बिशप को पदभार सौंपने से पहले कहा कि मैं सब कुछ भगवान के ऊपर छोड़ कर जा रहा हूं। जब तक मेरे खिलाफ की जा रही जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक मैथ्यू कोक्कणम प्रांत के बिशप होंगे। इससे पहले बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा था कि उन्हें फंसाया जा रहा है।

जांच टीम के सामने होंगे पेश

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केरल पुलिस ने एक नन से बलात्कार के आरोपी और जालंधर के बिशप फ्रैंको मुल्लकल को 19 सितंबर तक जांच टीम के सामने पेश होने को कहा है। मुल्लकल के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस पर बढ़ रहे दबाव के बीच एर्नाकुलम क्षेत्र के आईजी साखरे की अध्यक्षता में हुई एक बैठक के बाद बिशप को तलब करने का फैसला लिया गया। कोट्टायम जिला पुलिस अधीक्षक को की गई शिकायत में नन ने आरोप लगाया है कि उसका 13 बार यौन उत्पीड़न किया गया।

भाई ने बहन को प्रताड़ित करने का लगाया आरोप

केरल में मिशनरीज ऑफ जीसस ने शुक्रवार को एक पत्र और बलात्कार पीड़िता नन की तस्वीर जारी की थी। इसके बाद पीड़िता के भाई ने पक्ष रखते हुए कहा कि मैं इसकी निंदा करता हूं। यह बहुत शर्मनाक है, मानसिकता वाले लोग अदालत के निर्देश को नहीं जानते हैं। यह बहुत दुख की बात है कि मेरी बहन को प्रताड़ित करना चाहते हैं।

वेटिकन से की थी हस्तक्षेप की मांग

नन ने हाल ही में इंसाफ के लिए वेटिकन (ईसाइयों की सर्वोच्च संस्था) से फौरन हस्तक्षेप करने की मांग की थी। पीड़ित नन ने भारत में वेटिकन के प्रतिनिधि जियामबटिस्टा दिक्वात्रो को एक पत्र लिखकर मामले की जांच कराने और बिशप फ्रैंको को पद से हटाने की गुहार लगाई थी। उन्होंने फ्रैंको को हटाने की मांग करते हुए कहा था कि चर्च सच्चाई के प्रति आंखें क्यों मूंदे हुए है जबकि उन्होंने अपनी पीड़ा सार्वजनिक करने का साहस दिखाया है। 8 सितंबर को लिखे गए सात पेजों के पत्र में नन ने कहा था कि चर्च की चुप्पी मुझे अपमानित महसूस करा रही है।

बचाव में उतरा मिशनरीज ऑफ जीसस

मामले में मिशनरीज ऑफ जीसस संस्था ने बिशप फ्रैंको मुलक्कल का बचाव किया है। संस्था की ओर से  कहा गया है कि हर रेप पीड़िता के लिए दोषी से घटना के बाद मिलना मरने के समान होता है, ऐसे में जिस रेप की बात हो रही है, उसके बाद भी वह पीड़िता बिशप के साथ 20 बार यात्रा पर क्यों गईं?  इसके अलावा कोई भी रेप पीड़िता उस जगह को दोबारा देखना नहीं चाहता है, जहां उसका बलात्कार हुआ हो लेकिन यह पीड़िता रूम नंबर 12 से 19 में शिफ्ट में हो गई जोकि रूम नंबर 20 के एकदम बगल में है, जहां रेप किए जाने का आरोप है। वह अभी भी वहीं रह रही हैं।

नन के समर्थन में आए समाजसेवी

पीड़ित नन के समर्थन में आए समाजसेवियों ने कहा कि कैथलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया और केरल बिशप्स कॉन्फ्रेंस नन के साथ सम्मान के साथ पेश आएं। उस नन को समर्थन दे। पुलिस रिफार्म वाच के अध्यक्ष डोल्फी डिसूजा ने कहा कि अगर चर्च ने तुरंत कार्रवाई की होती, तो हमारे सिर शर्म से झुके नहीं होते और हमें इस तरह प्रेस सम्मेलन न लेना पड़ता। एक्टिवस्टों ने कहा कि वह केवल एक नन नहीं, एक महिला भी है। उसे धमकाया जाता रहा, शर्मिदा किया जाता रहा और हम ये सब किनारे से देखते रहे। इसके लिए हम उनसे क्षमा मांगते हैं। केरल संसद के सदस्य के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग कि जिसने नन को वेश्या कहकर बिशप का साथ दिया था। उधर, जालंधर के बिशप फ्रैंको मुलक्कल पर नन ने रेप के आरोप समर्थन में कई और नन भी उतर आईं हैं। 

 

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TAGS: Jalandhar, bishop, hands, over, administrative, charge, fellow, priest
OUTLOOK 15 September, 2018
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