अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार कश्मीर से पत्रकार गिरफ्तार, परिवार आरोपों से अनजान
अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा दिए जाने के बाद पहली बार कश्मीर में श्रीनगर स्थित अंग्रेजी दैनिक के लिए काम करने वाले एक 26 वर्षीय पत्रकार को कश्मीर के त्राल में स्थित उसके घर से सुरक्षाबलों ने हिरासत में लिया। सुरक्षाबलों ने बुधवार आधी रात को छापे के दौरान पत्रकार को हिरासत में लिया। उसके परिवार ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि इस मामले को त्राल में स्थित पुलिस थाने में दर्ज कराया है। बता दें कि पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से मलिक पहले मीडियाकर्मी हैं, जिन्हें गिरफ्तार किया गया है।
कश्मीर के दैनिक अंग्रेजी अखबार ग्रेटर कश्मीर में काम करने वाले पत्रकार इरफान मलिक को 14 अगस्त की देर रात उनके घर से हिरासत में लिया गया। ग्रेटर कश्मीर अखबार के सूत्रों के मुताबिक, इरफान मलिक दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले से रिपोर्टिंग कर रहे थे और त्राल में रहते थे।
इरफान के पिता मोहम्मद अमीन मलिक और मां हसीना ने गुरुवार को मीडियाकर्मियों को बताया कि वे (सुरक्षा बल) कल रात 11.30 बजे हमारे घर पहुंचे। जैसे ही इरफान बाहर आए, उन्होंने उन्हें अपने साथ आने के लिए कहा इरफान को सीधे त्राल के पुलिस स्टेशन ले जाया गया।
इरफान के पिता ने कहा कि कल रात उन्हें अपने बेटे से मिलने की अनुमति नहीं थी वह 15 अगस्त की सुबह अपने बेटे से मिलने पुलिस स्टेशन पहुंचे जहां उनकी मुलाकात बेटे से हो पाई। उन्होंने कहा कि उनके बेटे को भी नहीं पता है कि उसे क्यों हिरासत में लिया गया है।
इरफान की मां हसीना ने कहा, ‘मैं प्रशासन से अपील करती हूं कि मेरे बेटे को छोड़ दें क्योंकि उसने कुछ भी गलत नहीं किया है’। हसीना ने कहा, ‘पुलिस लॉकअप में हमें हमारे बेटे से मिलने की मंजूरी दी गई लेकिन पुलिस और जिला प्रशासन में से कोई भी हमें उसकी गिरफ्तारी का कारण नहीं बता रहा।’
इरफान के पिता श्रीनगर स्थित मीडिया फैसिलिटेशन सेंटर पहुंचकर पत्रकार की हिरासत की जानकारी दी। यह सेंटर जम्मू-कश्मीर सरकार के सूचना विभाग के द्वारा स्थापित है।
अवंतीपोरा के एसपी ताहिर सलीम से मलिक के परिवार ने मुलाकात की है जिन्होंने कहा कि इरफान ने कुछ गलत रिपोर्टिंग की होगी, जिसके बाद उसे हिरासत में लिया गया। हालांकि उन्होंने इस बारे में और कुछ कहने से इनकार कर दिया। बता दें कि ग्रेटर कश्मीर पिछले कुछ दिनों से प्रकाशित नहीं हुआ है।
इसके बाद सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल से भी संवाददाताओं ने मलिक की गिरफ्तारी के बारे में पूछा, जिस पर उन्होंने कहा, ‘मुझे उनकी (मलिक) की गिरफ्तारी के बारे में पता चला। हम पुलिस से इसके बारे में जानकारी मांगेंगे और मीडिया के साथ उस जानकारी को साझा करेंगे।’ हालांकि, कंसल ने इसका कोई जवाब नहीं दिया कि वह इस संबंध में मीडिया से कब जानकारी साझा करेंगे।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, विधायकों और मंत्रियों जैसे सज्जाद लोन, अली मोहम्मद सागर, निजामुद्दीन भट, विभिन्न राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेता और अलगाववादी समूहों के सैकड़ों लोग हिरासत में हैं।
बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद बीते 11 दिनों से घाटी में पूरी तरह से बंदी है।