बहुभाषी पत्रकार नचिकेता देसाई की लंबी बीमारी के बाद निधन, 72 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
जाने-माने बहुभाषी पत्रकार नचिकेता देसाई अब इस दुनिया में नहीं रहे। रविवार को उन्होंने अहमदाबाद स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। करीब 72 वर्षीय नचिकेता देसाई लंबे समय से कैंसर समेत स्वास्थ्य संबंधी अन्य समस्याओं से जूझ रहे थे।
महात्मा गांधी के निजी सचिव रहे महादेव देसाई के पौत्र और गांधीवादी स्कॉलर नारायण देसाई के पुत्र नचिकेता देसाई ने अपने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत 1978 में इंडियन एक्सप्रेस अखबार के साथ की थी। इसके बाद उन्होंने करीब 40 वर्षों के अपने पत्रकारीय जीवन में हिम्मत वीकली, यूएनआई, द टेलीग्राफ, द इंडिपेंडेंट, ईटीवी न्यूजटाइम, आईएएनएस और दैनिक भास्कर जैसे अखबारों में विभिन्न पदों पर काम किया। इसके अलावा वह अहमदाबाद और कई अन्य जगहों पर तमाम मास कम्युनिकेशन संस्थानों में विजिटिंग फैकल्टी भी रहे थे।
नचिकेता देसाई गांधीवादी विचारों के वाहक थे और कभी भी वंचित तबके की आवाज उठाने में पीछे नहीं रहे। जानकारी के मुताबिक, उन्होंने विवादास्पद नागरिकता संशोधन विथेयक के खिलाफ साबरमती आश्रम के बाहर एक अनशन किया था। वह अकेले ही मौन अनशन कर रहे थे, लेकिन उन्हें आश्रम छोड़ने पर मजबूर किया गया और जबरदस्ती हटा दिया गया था।