घाटी में कठुआ की पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए प्रदर्शन, पुलवामा में छात्रों पर लाठी चार्ज
कठुआ में गैंगरेप के बाद मारी गई आठ साल की बच्ची को न्याय दिलाने के लिए बुधवार को श्रीगर सहित घाटी में कई जगहों पर प्रदर्शन किए गए। प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में छात्र और स्थानीय लोग शामिल थे। इन प्रदर्शनों की वजह से पुलिस को कई जगह काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार पुलवामा जिले के त्राल इलाके में पुलिस ने छात्रों को तितर-बितर करने के लिए लाठियां चलाईं और आंसू गैस के गोले छोड़े। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पुलिस की कार्रवाई में कई छात्र घायल हो गए। नियंत्रण रेखा के निकट बारामूला जिले में भी छात्रों ने एक बड़ी रैली निकाली। इसके अलावा अनंतनाग, अवनंतीपोरा आदि जगहों पर भी प्रदर्शन किए गए। यहां भी छात्रों ने पुलिस पर बल प्रयोग का आरोप लगाया जिससे पुलिस ने इनकार किया है।
श्रीनगर के रेसिडेंसी रोड में कई स्कूलों के छात्रों ने रैली निकाली। ये लोग पीड़ित को न्याय और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग कर रहे थे। प्रताप पार्क में वकीलों के एक ग्रुप, सिविल सोसायटी के सदस्यों और अन्य लोगों विरोध मार्च निकाल कर जनवरी में हुई इस घटना के दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की। ये केस में शीघ्र फैसले के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट गठित करने की भी मांग कर रहे थे।
एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि अनंतनाग में कुछ उपद्रवी लोगों ने बंद कराने के लिए पत्थरबाजी की। इस घटना में दो पुलिसकर्मी और दो उपद्रवी पत्थर लगने से घायल हो गए। इन सभी की हालत स्थिर बताई गई है। प्रवक्ता ने बताया कि पुलवामा में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान नगरपालिका समिति के पर पत्थर फेके गए। खबर मिलने के बाद पुलिस पार्टी वहां पहुंची और उपद्रवी लोगों को वहां से भगाया।
प्रवक्ता के अनुसार अवंतीपोरा में लोगों ने मेन रोड जाम करने की कोशिश की पर पुलिस के समय पर हस्तक्षेप करने पर कोई गड़बड़ी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि सभी जगहों पर स्थिति नियंत्रित कर ली गई।
दूसरी ओर पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए चल रहा अभियान दिन-प्रति-दिन तेज होता जा रहा है। ऑटोरिक्शा समेत कई यात्री वाहनों के शीशों पर लोग प्लेकार्ड लगा कर न्याय की गुहार लगा रहे हैं। बड़ी संख्या में निजी कारों और मोटरसाइकिलों सहित व्यापारिक संस्थानों पर पोस्टर लगे दिखाई पड़ रहे हैं।