4 साल का रिपोर्ट कार्ड पेश करने के नाम रहा पीएम मोदी का भाषण, आयुष्मान स्कीम सहित 3 बड़े ऐलान
देश आज अपना 72वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। 2019 लोकसभा चुनाव से पहले लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने मौजूदा कार्यकाल का आखिरी भाषण दिया। उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। इस बार का भाषण चार सालों के रिपोर्ट कार्ड जैसा था लेकिन पीएम मोदी ने सरकारी योजनाओं को लेकर आंकड़ों पर कम जोर दिया। साथ ही उन्होंने कई घोषणाएं भी कीं, जिससे लगा कि वह चुनाव की जमीन तैयार कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने आयुष्मान भारत स्कीम, 2022 से पहले भारत के अंतरिक्ष में मानव मिशन और सशस्त्र बलों में महिलाओं को स्थायी कमीशन देने की तीन बड़ी घोषनाएं कीं। इसके अलावा मोदी ने 2013 के पहले की कांग्रेस सरकार के कामों की अपनी सरकार के कामों से तुलना की। उन्होंने हाउसिंग फॉर ऑल, पावर फॉर ऑल, कुकिंग फॉर ऑल, वाटर फॉर ऑल, सैनिटेशन फॉर ऑल, स्किल्स फॉर ऑल, हेल्थ फॉर ऑल, इंश्योरेंस फॉर ऑल और कनेक्टिविटी फॉर ऑल पर जोर दिया।
पीएम मोदी ने 8.54 बजे अपना भाषण खत्म किया। इस बार पीएम मोदी ने 82 मिनट का भाषण दिया। सबसे लम्बा भाषण उन्होंने 2016 में दिया था, जो 94 मिनट लम्बा था। 2017 में मोदी ने 57 मिनट, 2015 में 86 मिनट और 2014 में 65 मिनट का भाषण दिया था।
जानिए, भाषण की अहम बातें-
1. पीएम मोदी ने किए तीन बड़े ऐलान
आयुष्मान योजना
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘आयुष्मान योजना स्कीम में पहले 10 करोड़ गरीब परिवारों को शामिल किया जाएगा। इसके बाद उच्च मध्यम वर्ग और मध्यमवर्ग का भी लाभ मिलेगा। पांच लाख रुपए सालाना इलाज के खर्च की सुविधा हम देने वाले हैं। किसी भी व्यक्ति को यह सुविधा पाने में दिक्कत ना हो, इसलिए टेक्नोलॉजी की भूमिका महत्वपूर्ण है। टेस्टिंग शुरू हो रही है। योजना को फुलप्रूफ बनाने की कोशिश हो रही है। 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर यह अभियान शुरू कर दिया जाएगा।‘
2022 से पहले अंतरिक्ष में मानव मिशन
पीएम मोदी ने बताया, ‘आज लाल किले की प्राचीर से मैं देशवासियों को खुशखबरी सुनाना चाहता हूं। हमारा देश अंतरिक्ष की दुनिया में प्रगति करता रहा है। हमने सपना देखा है कि 2022 में आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर या उससे पहले मां भारत की कोई संतान, चाहे बेटा हो या बेटी, वह अंतरिक्ष में जाएगा। हाथ में तिरंगा लेकर जाएगा। आजादी के 75 साल से पहले इस सपने को पूरा करना है। भारत के वैज्ञानिकों ने मंगलयान से लेकर अब तक ताकत का जो परिचय कराया है। जब हमारा यान हिंदुस्तानी लेकर जाएगा, तब अंतरिक्ष में मानव को पहुंचाने वाले विश्व के चौथे देश बन जाएंगे।’
सेना में महिलाओं के लिए स्थायी कमीशन
पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं आज इस मंच से मेरी कुछ बहादुर बेटियों को खुशखबरी देना चाहता हूं। भारतीय सशक्त सेना में शॉर्ट सर्विस कमीशन के जरिए नियुक्त महिला अधिकारियों को पुरुष समकक्ष अधिकारियों की तरह पारदर्शी प्रक्रिया द्वारा स्थायी कमीशन देने की घोषणा करता हूं।
2. तीन तलाक और कश्मीर
पीएम मोदी ने कहा, ‘मुस्लिम महिलाओं से मैं आज लाल किले से कहना चाहता हूं कि तीन तलाक से उन्हें मुक्ति दिलानी है। इस संसद सत्र में भी हमने तीन तलाक बिल का मुद्दा उठाया है। अभी भी कुछ लोग हैं जो इसे पारित नहीं होने देना चाहते। मैं मुस्लिम महिलाओं को भरोसा दिलाता हूं कि आपको न्याय दिलाने के लिए मैं कोई कसर नहीं छोड़ूंगा। हम गोली और गाली के रास्ते पर नहीं, कश्मीर के लोगों को गले लगाकर आगे बढ़ना चाहते हैं। वाजपेयीजी ने कश्मीरियत, जम्हूरियत और इंसानियत का जिक्र किया था। हम इसी पर आगे बढ़ रहे हैं। खुशी है कि कुछ महीनों में जम्मू-कश्मीर के लोगों को पंचायत चुनने और स्थानीय नगर निकाय चुनने का हक मिलेगा।
3. किसान, जीएसटी और बेनामी संपत्ति
पीएम मोदी ने कहा, ‘न्यूनतम समर्थन मूल्य को ही देख लीजिए। राजनीतिक दल मांग कर रहे थे कि किसानों को लागत का डेढ़ गुना एमएसपी मिलना चाहिए। लेकिन हमने फैसला लिया कि किसानों को डेढ़ गुना एमएसपी दिया जाएगा। जीएसटी भी हर कोई चाहता था, लेकिन निर्णय नहीं हो पाते थे। राजनीति-चुनाव का दबाव रहता था। बैंकरप्सी कानून के लिए किसने रोका था? बेनामी संपत्ति का कानून पहले क्यों नहीं बना था? हम हिम्मत से फैसले लेते हैं। हम दल हित में नहीं, देश हित में फैसले करते हैं।’
4. महिलाओं के मुद्दों पर
पीएम मोदी ने कहा, ‘खेत से लेकर खेल के मैदान तक, सरपंच से लेकर सांसद तक हमारे देश की महिलाएं देश के तिरंगे को बुलंद कर रही हैं। देश में आज भी महिला शक्तियों को चुनौतियां देने वाली राक्षसी प्रवृति की मानसिकता वाले लोग गलत काम कर रहे हैं, बलात्कार काफी पीड़ा दायक है। समाज को इससे मुक्त कराना होगा, पिछले दिनों मध्य प्रदेश में बलात्कार के आरोपी को पांच दिन में फांसी की सजा दी गई। इन खबरों को हमें फैलाना चाहिए ताकि ऐसी राक्षसी प्रवृत्ति वालों को फांसी का डर हो।‘
5. योजनाओं का जिक्र लेकिन आंकड़ों से बचे पीएम
इस दौरान पीएम मोदी ने सरकार की कई योजनाओं का जिक्र किया लेकिन उन्होंने आंकड़ों पर ज्यादा फोकस नहीं रखा। पिछली बार उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान के तहत बने शौचालय से लेकर बिजली कनेक्शन तक के आंकड़े गिनाए थे। उन्होंने कहा, ‘आज देश में शौचालय बनाने, गांव में बिजली पहुंचाने, गरीबों को एलपीजी गैस कनेक्शन देने की रफ्तार सबसे तेज हुई है। अगर 2013 की रफ्तार से चलते तो ऐसा करने में दशकों लग जाते। जिस रफ्तार से 2013 में गैस कनेक्शन दिया जा रहा था, अगर वही पुरानी रफ्तार होती तो देश के हर घर में सालों तक भी गैस कनेक्शन नहीं पहुंच पाता। जिस रफ्तार से 2013 में गांवों तक ऑप्टिकल फाइबर पहुंचाने का काम चल रहा था, उस रफ्तार से देश के हर गांव को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ने में कई पीढ़ियां गुजर जातीं।‘
6. कांग्रेस सरकार के कामों से की तुलना
पीएम मोदी ने कहा, ‘हम कहां से चलते थे, उस पर नजर ना डालेंगे तो कहां गए हैं, कितना पहुंचे हैं, इसका अंदाज नहीं आएगा। इसलिए 2013 में हमारा देश जिस रफ्तार से चल रहा था, हम उसे आधार मानें और पिछले चार साल के काम का लेखा-जोखा लें तो आपको अचरज होगा कि देश की रफ्तार कैसे आगे बढ़ रही है। 2013 की रफ्तार से चलते तो शौचालय बनाने में दशकों लग जाते। 2013 के आधार पर गांवों में बिजली पहुंचाने के लिए एक-दो दशक और लग जाते। 2013 की रफ्तार से एलपीजी गैस कनेक्शन और गरीब मां को धुआं मुक्त चूल्हा देने में सौ साल भी कम पड़ जाते। गांवों में ऑप्टिकल फाइबर बिछाने में पीढ़ियां निकल जातीं।’
7. पीएम मोदी ने पढ़ी कविता
भाषण के दौरान पीएम मोदी ने एक कविता भी पढ़ी जिसने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा।
अपने मन में एक लक्ष्य लिए
मंजिल अपनी प्रत्यक्ष लिए
हम तोड़ रहे हैं जंजीरें
हम बदल रहे हैं तस्वीरें
ये नवयुग है, नव भारत है
खुद लिखेंगे अपनी तकदीरें
हम निकल पड़े हैं प्रण करके
अपना तन-मन अर्पण करके
जिद है एक सूर्य उगाना है
अम्बर से ऊंचा जाना है
एक भारत नया बनाना है
एक भारत नया बनाना है।