नौसेना, थलसेना और वायुसेना में 52 हजार से अधिक जवानों की कमी
केंद्र सरकार ने बताया कि तीनों सशस्त्र बलों (नौसेना, थल सेना और वायु सेना) में 52 हजार से अधिक जवानों की कमी है और इसे दूर करने के लिए समुचित कदम उठाए जा रहे हैं। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा को बताया कि तीनों सशस्त्र बलों में यह कमी कुल 52,741 कर्मियों की है।
अमर शंकर साबले के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में मंगलवार को रक्षा मंत्री ने बताया कि भारतीय सेना में सैनिकों की स्वीकृत संख्या 1216247 है। इस बल में फिलहाल 1194864 सैनिक हैं और 21383 सैनिकों की कमी है। वायु सेना में वायु सैनिकों की स्वीकृत संख्या 142529 है, जिसमें 127519 वायु सैनिक कार्यरत हैं। इस बल में 15010 वायु सैनिकों की कमी है। इसी तरह नौसेना में नौसैनिकों की स्वीकृत संख्या 72562 है जिसमें 56214 नौसैनिक कार्यरत हैं और 16348 नौसैनिकों की कमी है।
सीतारमण ने बताया कि सरकार सशस्त्र बलो में सैनिकों की कमी दूर करने के लिए कई कदम उठा रही है। इसके तहत देश के प्रत्येक भाग को इसमें शामिल करने के लिए भर्ती जोनों की संख्या बढ़ाई गई है और ऑनलाइन भर्ती प्रक्रियाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
तीनों सशस्त्र बलों में कमी को पूरा करने की जरूरत
भारतीय थल सेना में 21,383 सैनिकों की है कमी
भारतीय वायु सेना में 15,010 सैनिकों की कमी है
फिलहाल भारतीय नौ सेना में 16,348 नौसैनिकों की है कमी