Advertisement
24 January 2019

आतंक की राह छोड़ सेना में आए लांस नायक वानी को मिलेगा अशोक चक्र, बीते साल हुए थे शहीद

File Photo

कश्मीर में आतंकवादी से सैनिक बने लांस नायक नजीर अहमद वानी को मरणोपरांत अशोक   से नवाजा जाएगा। यह सम्मान गणतंत्र दिवस समारोह में उनके परिजनों को दिया जाएगा। यह सर्वोच्च वीरता का प्रदर्शन करने के लिए मिलने वाला बड़ा गैलेंट्री अवॉर्ड है। नायक एक समय आतंकवादी थे लेकिन वह अपनी इन गतिविधियों को पीछे छोड़ते हुए आर्मी में शामिल हुए थे। ये पहला मौका है जब आतंक की नापाक राह से लौटे किसी जवान को देश के इतने बड़े सम्मान से नवाजने का निर्णय लिया गया है

नजीर आत्मसमर्पण कर सेना में शामिल हुए थे

कुलगाम के चेकी अश्मुजी गांव में रहने वाले नजीर वानी कभी आतंकियों के साथ थे, लेकिन उन्होंने आतंकवाद की राह बदली और 2004 में टेरिटोरियल आर्मी की 162वीं बटालियन में शामिल हो गए। शहादत के वक्त वे 34 राष्ट्रीय राइफल्स में थे।

Advertisement

घाटी में 6 आतंकवादियों को मारते हुए शहीद हो गए थे वानी

पिछले साल नवंबर में शोपियां में कुछ आतंकियों के छुपे होने की खबर पर सुरक्षाबलों की टीम उन्हें मौत के घाट उतारने पहुंची थी। इस दौरान 6 आतंकवादियों ने एक घर में शरण ली थी, जिसे जवानों ने चारों तरफ से घेर लिया था। आतंकियों पर प्रहार करते हुए नजीर वानी ने एक दहशतगर्द को मार गिराया था जबकि जवाबी फायरिंग में वह खुद भी घायल हो गए थे।

 

आतंकियों की गोली से जख्मी होने के बावजूद नजीर वानी ने उस घर में छुपे आतंकियों को भागने नहीं दिया। लांस नायक नजीर आतंकियों के भाग निकलने के रास्ते पर डटे रहे और उन्होंने एक और आतंकी को मौत के घाट उतार दिया। हालांकि, इस ऑपरेशन में दहशतगर्दों की गोलियां का निशाना बने नजीर वानी भी शहीद हो गए। वानी की इस बहादुरी के लिए उन्हें अशोक चक्र सम्मान देने का फैसला किया गया है।

आतंकियों के खिलाफ कई ऑपरेशन में लिया था हिस्सा

शहीद वानी के परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं। उन्होंने आतंकियों के खिलाफ कई ऑपरेशन में हिस्सा लिया। वीरता के लिए उन्हें 2007 और 2018 में सेना मेडल से भी नवाजा गया था। शहादत के बाद सेना के प्रवक्ता ने उन्हें सच्चा सैनिक बताया था।

5 कीर्ति और 12 शौर्य चक्र दिए जाएंगे

केंद्र सरकार की ओर से हर साल वीर सैनिकों को सम्मानित किया जाता है। इस साल गणतंत्र दिवस के मौके पर शहीद वानी के अलावा चार अफसरों और एक सैनिक को कीर्ति चक्र, वहीं 12 सैनिकों को शौर्य चक्र से नावाजा जाएगा।

वानी को मरणोपरांत अशोक चक्र से नवाजा जा रहा है, जो भारत का शांति के समय में दिया जाने वाला सर्वोच्च वीरता पुरस्कार है। अशोक चक्र के बाद कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र का नंबर आता है। वानी की बहादुरी का अंदाज़ा आप इससे भी लगा सकते हैं कि वह दो बार सेना मेडल भी जीत चुके हैं। वानी के अलावा इस साल चार अफसरों-सैनिकों को कीर्ति चक्र और 12 को शौर्य चक्र से नवाजा जाएगा।

बारामूला को पहला आतंकी मुक्त जिला घोषित कर दिया गया है

नायक को ऐसे समय में अशोक चक्र दिया जा रहा है जब बारामूला को पहला आतंकी मुक्त जिला घोषित कर दिया गया है। राष्ट्रपति के सचिव की तरफ से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, 'लांस नायक वानी ने दो आतंकियों को मारने और अपने घायल साथी को बचाते हुए सबसे बड़ा बलिदान दिया। खतरा देखते हुए आतंकियों ने गोलीबारी तेज कर दी और ग्रेनेड भी फेंके। ऐसे वक्त में वानी ने एक आतंकी को करीब से गोली मारकर खत्म कर दिया।'

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: Lance Naik Nazir Ahmad Wani, conferred, with Ashok Chakra
OUTLOOK 24 January, 2019
Advertisement